पढ़ें स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री रघुवर दास का पूरा संबोधन
झारखण्ड के मेरे प्यारे झारखण्डवासी भाईयों, बहनों एवं बच्चों,
आज देश का सबसे बड़ा त्योहार है। आजादी का त्योहार। आजादी के इस त्यौहार पर मैं आप सभी को 71वें स्वतंत्रता दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूँ।
आज का दिन उन महापुरूषों को भी याद करने का दिन है, जिनके कठिन संघर्ष, त्याग और बलिदान की बदौलत हम सबको एक स्वतंत्र लोकतांत्रिक राष्ट्र का नागरिक कहलाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
इस पावन अवसर पर मैं, राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, सरदार वल्लभ भाई पटेल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, वीर सावरकर, शहीद भगत सिंह के साथ-साथ झारखण्ड के वीर सपूतों भगवान बिरसा मुण्डा, वीर सिद्धो-कान्हो सहित अनेकों वीर सपूतों को भी अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ, उन्हें शत-शत नमन करता हूँ। इन महान् सपूतों की संघर्ष गाथा सदैव हमारे लिए प्रेरणा के श्रोत रहेंगे।
1- झारखण्ड की एक महान् सांस्कृतिक विरासत है। अनेक वीर सपूतों ने अपने बलिदान से धरती को सींचा है। झारखण्ड के लिए हमें लंबा संघर्ष करना पड़ा था। श्रद्धेय अटल बिहारी बाजपेयी जी, जिन्होंने झारखण्ड का सपना हकीकत में बदला। झारखण्ड का निर्माण किया अब झारखण्ड को समृद्ध एवं विकसित बनाने का दायित्व हम सबका है।
1857 के संघर्ष ने स्वतंत्रता आन्दोलन का बिगुल फूँका था और 1942 के भारत छोड़ो आन्दोलन ने इसे अंजाम तक पहुँचाया और हमारा देश आजाद हुआ।
2- हम सब जानते हैं कि स्वराज हमें बलिदान के बिना नहीं मिला है। तो सुराज्य भी त्याग, समर्पण, अनुशासन निष्ठा एवं ईमानदारी के बिना संभव नहीं है। झारखण्ड बने 17 वर्ष हो गए हैं। झारखण्ड के इतिहास में पहली बार स्थिर सरकार आई है, 3.25 करोड़ झारखण्डवासियों के सुराज्य के संकल्प को साकार करने के लिए सबको अपने हिस्से की जिम्मेदारी निभानी होगी।
लोकतांत्रिक संस्थाओं एवं गैर सरकारी संगठनों में काम करने वाले लोग, किसान, मजदूर, व्यापारी, समाजसेवी, साहित्य, कला तथा मीडिया के क्षेत्र में काम करने वाले लोग सबको मिलजुल कर राज्य को आगे बढ़ाने के लिए पूरी निष्ठा और ईमानदारी से संकल्पबद्ध होकर काम करना होगा। मैं, ऐसे राज्य की कल्पना करता हूँ, जिसमें सामान्य आदमी के जीवन में भी बदलाव हो सके। शासन सामान्य जन के प्रति संवेदनशील, जिम्मेदार एवं पारदर्शी हो, हर व्यक्ति को विकास का समुचित अवसर मिले। राज्य सरकार पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दि समारोह को गरीब कल्याण वर्ष के रूप में मना रही है।
माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में झारखण्ड का एक ही लक्ष्य है, झारखण्ड की महान जनता की सेवा।
साथियों, नीयत अच्छी हो, इरादों में मजबूती हो और जमीर में ईमानदारी हो, तो कोई लक्ष्य ऐसा नहीं जिसे हासिल न किया जा सके।
3- हमारा राज्य संभावनाओं से भरा हुआ है। झारखण्ड में न तो संसाधनों की कोई कमी है और न ही प्रतिभा की। जरूरत है तो बस विकास को सही दिशा देने की। हमारी सरकार ने सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक क्षेत्र में कई दृढ़ एवं महत्वपूर्ण निर्णय लिये हैं और उनका अनुपालन भी कराया है।
4- मेरा स्पष्ट मानना है कि अगर झारखण्ड में कृषि और उद्योग का समुचित विकास हो जाए तो झारखण्ड की आधी से ज्यादा समस्याएं खुद ब खुद समाप्त हो जायेगी। हमारी सरकार कृषि और उद्योग के विकास पर सबसे ज्यादा ध्यान दे रही है।
सिंचाई सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है, वर्षा जल का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित हो सके इसके लिए डोभा, तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। लघु एव सीमान्त कृषिकों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने हेतु 20,000 पम्प सेट का वितरण किया जा रहा, इसके अलावा 1000 सोलर वाटर पम्प 90 प्रतिशत अनुदानित दर पर उपलब्ध करायी जा रही है।
राज्य के सभी 270 प्रखण्डों में कृषि सिंगल विंडो की स्थापना भी की गई है।
किसानों की मदद करने के लिए हमनें मुख्यमंत्री किसान राहत हेल्प लाईन शुरू की है जहाँ किसान अपनी कोई भी समस्या बता सकते हैं और सिर्फ 3 दिन में उनकी समस्या का समाधान किया जा रहा है।
किसान हमारे अन्नदाता हैं और मुझे ये मंजूर नहीं है कि किसानों को कोई मुश्किल हो। हमने मुख्यमंत्री किसान राहत कोष का भी गठन किया है, उन्हें कोई दिक्कत आए भी तो वो तुरंत हल होगी, ऐसा मेरा किसान भाईयों से वादा है।
5- आज के दौर में बाजार के एक बड़े भाग में प्रसंस्कृत उत्पादों की माँग बढ़ी है। राज्य में हर्बल के अलावा फल और सब्जी उत्पादन की भी प्रचुर संभावना है। राज्य में प्रोसेसिंग प्लांट लगाये जा रहे हैं। पूर्वोत्तर भारत में अपने तरह का पहला प्लांट नगड़ी में फ्रूट भेजिटेबल प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित किया गया है। जिससे किसानों को उनकी उपज का भरपूर लाभ होगा। अब हमारा राज्य सब्जियों के मामले में न सिर्फ आत्मनिर्भर है बल्कि पड़ोसी राज्यों बंगाल, ओड़िसा, छत्तीसगढ़ आदि राज्यों को सब्जियों का निर्यात भी कर रहा है, जिससे किसानों की आय में बढ़ोत्तरी हुई है।
कृषि के साथ दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन, मुर्गी पालन आदि का व्यवसाय भी आय संवर्द्धन के मजबूत साधन है।
दुग्ध उत्पादन में हमें न सिर्फ आत्मनिर्भर बनना है बल्कि डेयरी उत्पादों के निर्यात द्वारा आय में वृद्धि भी करनी है। हम लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए रांची सहित अनेक जिलों में डेयरी प्लांट स्थापित करने जा रहे हैं। 50 हजार महिलाओं को 2 गाय 90 प्रतिशत सब्सिडी में दिया जा रहा है।
7- विकास में उद्योगों का विस्तार भी अहम् है यही वो रास्ता है जिस पर चलकर न सिर्फ रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकते हैं बल्कि राजस्व में भी वृद्धि कर प्रदेश को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाया जा सकता है। झारखण्ड में औद्योगिक विकास की अपार संभावना है। हमने अच्छी नीतियां बनाई जिसमें बड़े उद्योगों के साथ-साथ लघु और मध्यम उद्योगों पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है। हम नीति के तहत मुख्यतः हैंडीक्राफ्ट, ऑटो मोबाईल, हैण्डलूम, आई०टी०, सीमेंट, इलेक्ट्रिक्ल, रबड़, खादी एवं टेक्स्टाइल उद्योगों में आधुनिकीकरण एवं मार्केटिंग पर फोकस किया जा रहा है।
झारखण्ड की आधी आबादी महिलाओं की है। जब तक महिलाएं सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक रूप से सशक्त नहीं होंगी, तब तक झारखण्ड को एक विकसित राज्य बनाने का सपना पूरा नहीं हो सकता।
झारखण्ड देश का इकलौता राज्य है जहां प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत् सिलेंडर के साथ गैस चूल्हा मुफ्त दिया जा रहा है ताकि हमारी माताओं एवं बहनों को कोयला एवं लकड़ी के धुँओं में नहीं जीना पड़े। झारखण्ड देश का एकलौता ऐसा राज्य है जहां महिलाओं के लिए सिर्फ एक रूपया में 50 लाख रूपये तक की रजिस्ट्री हो रही है।
उद्यमी सखी मण्डल का गठन किया जा रहा है। सरकार इनका कौशल विकास कर इन्हें योजनाओं से जोड़ेगी। साथ ही कम्बल, तौलिया, साड़ी, चादर, स्कूल ड्रेस, अण्डे आदि की खरीदारी बाहर से न कर उद्यमी सखी मण्डल के माध्यम से की जायेगी। इससे गांव की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और ग्रामीण महिलाएं आर्थक रूप से सशक्त होगी। 1 लाख सखी मण्डलों को डिजिटल व्यवसाय हेतु स्मार्ट फोन वितरण किया जा रहा है।
9- युवा शक्ति ही, राष्ट्र की शक्ति है, देश का भविष्य है। बेरोजगारी हटाओ यह हमारे एजेंडा का महत्वपूर्ण संकल्प है। सरकारी नौकरियों में नियुक्ति की जा रही है। साथ ही अपने राज्य में युवा शक्ति की क्षमता विकास के लिए कौशल विकास हेतु कार्य कर रही है ताकि उन्हें निजी निवेश में रोजगार मिल सके या स्वरोजगार कर अपने पैर पर खड़े हो सकें।
10- हम राज्य के सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अगले 2022 तक स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए कृत संकल्पित हैं। ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत् राज्य सरकार द्वारा बड़े पैमान पर पाईप जलापूर्ति की योजना सहितः जिला मिनरल फाउण्डेशन की राशि से आने वाले वर्ष में करीब 3000 करोड़ की जलापूर्ति योजना स्वीकृति हेतु कार्य कर रही है।
11- हम एक समग्र स्वास्थ्य नीति बनायेंगे, जिसका लक्ष्य होगा :- सभी के लिए स्वास्थ्य। दुमका, हजारीबाग एवं मेदिनीनगर में नए मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। जो वर्ष 2018 से चालू हो जायेगी। मेडिकल कॉलेज को साथ 500 शैयया के अस्पताल का भी निर्माण किया जायेगा। इसके अतिरिक्त चाईबासा, बोकारो एवं कोडरमा में भी मेडिकल कॉलेज तथा 500 शैयया वाले अस्पताल की स्वीकृति पर कार्रवाई की जा रही है। एम्बुलेंस सेवा को सुदृढ़ किया जा रहा एवं शीघ्र ही 300 अतिरिक्त एम्बुलेंस राज्य में उपलब्ध होंगे जिन्हें 108 नं. डायल कर बुलाया जा सकेगा।
12- विकास की अविरल धारा प्रवाहित होती रहे इसके लिए आधारभूत संरचना का पर्याप्त विकास होना आवश्यक है। अतः आधारभूत संरचना के विकास पर हमारी सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग सहित ग्रामीण सड़को का निर्माण किया जा रहा है।
90 प्रतिशत गांवों तक बिजली पहुंचाई जा चुकी है तथा मार्च 2018 तक हम शत-प्रतिशत विद्युतीकरण के लक्ष्य पर कार्य कर रहे हैं। आनेवाले वर्ष में 24ग7 लोगों को बिजली मिले, इसके लिए तीव्र गति से विभाग काम कर रहे हैं।
13- राज्यवासियों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए सरकार कृत संकल्पित है। शिक्षा का विकास एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने हेतु सरकार द्वारा विस्तृत प्रयास किये जा रहें हैं।
280 नए +2 विद्यालय की स्थापना भी गई है तथा इनमें 3080 स्नाकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति की कार्रवाई चल रही है।
सरकार द्वारा उड़िया, बंगाली, हो, संथाली, मुण्डारी, खड़िया एवं कुड़ुख जनजातिय भाषाओं में पाठ्यपुस्तक तैयार कर छात्र-छात्राओं के बीच वितरित की जा रही है, जिससे उन्हें स्थानीय भाषा में शिक्षा प्रदान की जा सके। सरकारी स्कूलों में बेंच-डेस्क एवं विद्युतिकरण कार्य तीव्र गति से चल रहे हैं। अगले मार्च 2018 तक राज्य के सभी स्कूलों में बेंच डेस्क एवं विद्युतिकरण कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य है।
सरकारी बच्चों के शैक्षिक विकास के लिए 10वीं कक्षा के बच्चों को दूसरे राज्यों में भ्रमण हेतु ‘मुख्यमंत्री शैक्षणिक भ्रमण योजना’ की स्वीकृति राज्य सरकार द्वारा दी गयी है। इसके तहत् बच्चों को बंगलौर, मैसुर, दिल्ली, आगरा, मुम्बई, दार्जिलींग आदि स्थलों का भ्रमण इसी वर्ष से कराया जायेगा।
14- झारखण्ड प्रकृति की गोद में बसा है। पर्यटक स्थल को विकसित कर राज्य में रोजगार की समस्या में काबू पाया जा सकता है। इसके लिए देवघर, पारसनाथ, रजरप्पा, छिनमस्तिका मंदिर, अंजनी धाम, सहित विभिन्न फॉलों को विकसित किया जा रहा है। इसके साथ-साथ राज्य में पर्यटन को बढ़ाने तथा राज्य के बुजुर्ग महिला एवं पुरूषों को धार्मिक स्थल का भ्रमण कराने हेतु ‘मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना’ की शुरूआत की गई है। इसके तहत् अभी तक 4000 लोग पुरी, हरिद्वार एवं ऋषिकेश की यात्रा कर चुके हैं।
जहाँ तक कानून व्यवस्था की बात है तो किसी को भी कानून हाथ में लेने की ईजाजत नहीं है। कानून तोड़ने वाले पर कानून के मुताबिक कड़ी कार्रवाई होगी लेकिन साथ ही लागों को ये भी ध्यान रखना होगा कि उनके किसी कार्य में किसी दूसरे व्यक्ति की भावना तो आहत नहीं हो रही है।
झारखण्ड में उग्रवाद की घटनाओं में पिछले वर्षों की तुलना में काफी कमी आई है। सबको सुरक्षा देना हमारी जिम्मेदारी है। भटके हुए और मेरे झारखण्ड के भाईयों एवं बहनों से मैं अपील करता हूँ कि वे मुख्यधारा में लौट आए और शांति की जिन्दगी जियें। राज्य की जनता विशेषकर महिलाओं को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि सरकार आपकी सुरक्षा को अहम् प्राथमिकता देगी।
हमारी सरकार का लक्ष्य है विकास की धारा गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे। हर गरीब तक विकास की किरण पहुँचे। हमारी पंचायती व्यवस्था स्वशासन का माध्यम बने, इस दिशा में सरकार काम कर रही है। हमारी सरकार का लक्ष्य है हम जनता के पास जाकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। जो लोग अभाव की जिंदगी जी रहे हैं उसमें बदलाव की दिशा में हम काम कर रहे हैं।
झारखण्डवासियों ने जो दायित्व हमें सौंपा है हम उसे निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें श्रद्धेय अटल जी, प्रधानमंत्री मोदी जी के सपनां का झारखण्ड बनाना है। प्रधानमंत्री न्यू इंडिया बनाने की बात करते हैं, हमेंं न्यू झारखण्ड बनाना है। एक ऐसा झारखण्ड जहां न भ्रष्टाचार हो, न बेईमानी हो, न गरीबी हो, न अशिक्षा हो, न बेरोजगारी हो, न परिवारवाद हो, न जातिवाद हो और न ही लाल फीता शाही हो।
ये कोई मुश्किल काम नहीं है हम ये कर सकते हैं, बस हमारे इरादों में लगन होनी चाहिए।
तो आईए आज संकल्प करें, आप मुझे सुन रहें हैं। जो लोग मेरे सामने हैं वो मेरे साथ शपथ लेंगे और जो घर पर हैं, टी.वी. पर मुझे सुन रहें हैं वो घर पर ही मेरे साथ संकल्प करेंगे।
- हम अपने झारखण्ड को स्वच्छ बनायेंगे।
- हम झारखण्ड से गरीबी को मार भगायेंगे।
- हम झारखण्ड में भ्रष्टाचार को पनपने नही देंगे।
- हम झारखण्ड से उग्रवाद को उखाड़ फेंकेंगे।
- हम झारखण्ड से परिवारवाद का खात्मा करेंगे।
- हम झारखण्ड से अशिक्षा को किसी भी कीमत पर दूर करेंगे।
- हम झारखण्ड में जातिवाद की जड़े काटकर रहेंगे।
- हम झारखण्ड में किसी भी कीमत पर संप्रदायवाद को नहीं पनपने देंगे।
- हम झारखण्ड में बेरोजगारी को दूर भगाकर, युवाओं को रोजगार स्वरोजगार के साधन उपलब्ध करायेंगे।
ये संकल्प सिर्फ संकल्प नहीं है, ये आने वाले वक्त में नये झारखण्ड के लिए हमारे खुद से किए गए वादे हैं। मैं अपनी तरफ से हर वक्त इन्हें पूरा करने में लगा हूँ। लेकिन ये तभी पूरे होंगे जब मुझे आगे भी आपका साथ मिलता रहेगा। मुझे भरोसा है कि आप मेरे साथ हैं। मैं आपका मुख्यमंत्री नहीं, आपका दास हूँ।
एक बार फिर झारखण्ड की महान जनता को आजादी के इस महान पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं । ‘‘जय हिन्द, जय झारखण्ड’’।