अब पलामू के सरकारी स्कूलों में मुस्लिम बच्चे हाथ जोड़कर नहीं कर रहे प्रार्थना हैं।

एक बार फिर मुस्लिम बहुल क्षेत्र स्थित कतिपय विद्यालयों में मनमानी शुरू हो गई। इनमें पलामू जिले के छतरपुर प्रखंड के ठेंकहीटांड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय शामिल है। एकबार फिर यह शिकायत सामने आ रही कि सरकारी स्कूलों में मुस्लिम समाज के बच्चे हाथ जोड़कर प्रार्थना नहीं कर रहे हैं। माना जा रहा कि इस्लामिक पद्धति लागू करने की साजिश के तहत ऐसा किया जा रहा है।
ढाई महीने पहले गढ़वा जिले के कोरवाडीह स्थित मध्य विद्यालय में बच्चों द्वारा हाथ जोड़कर प्रार्थना करने के बजाय हाथ मोड़कर करने का मामला प्रकाश में आया था। इसके बाद शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाई और राज्य के सभी विद्यालयों में प्रार्थना के बाबत दिशा-निर्देश जारी किया>

49 स्कूलों में चुपके से कर दिया गया था बदलाव

पलामू जिले में अधिकृत रूप से 20 उर्दू विद्यालय हैं। ये विद्यालय 1991 में एजी को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार अधिकृत हैं। इनके अलावे 49 विद्यालयों को चुपके-चुपके उर्दू विद्यालय बना दिया गया था। उर्दू विद्यालय बनाने का काम शिक्षकों ने बगैर सरकारी आदेश के यूृ-डैस में उर्दू विद्यालय लिखकर किया था। धीरे-धीरे विद्यालयों के बोर्ड पर भी उर्दू लिखा गया। फिर शुक्रवार को छुट्टी और रविवार को स्कूल खुलने लगे। इसका खुलासा दैनिक जागरण ने किया था। इसे लेकर जागरण में लगातार खबरें छपती रहीं। इसके बाद पलामू के जिला शिक्षा पदाधिकारी उपेंद्र नारायण ने अनधिकृत रूप से चल रहे 49 विद्यालयों की सूची जारी कर नाम मिटाने और शुक्रवार को खोलने को आदेश जारी किया। इस आदेश विद्यालयों तक गुरुवार की देर शाम पहुंचा। आदेश का अनुपालन न करने वाले प्रधानाध्यापकों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी।

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