गरीब जनता भूख से मर रही है और रघुवर सरकार मौत का कारण बीमारी बताती है- सुबोधकांत सहाय
UPA-2 सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहे सुबोध कान्त सहाय ने राज्य की रघुवर सरकार पर जनता का शोषण करने का आरोप लगाया है। सुबोधकांत ने अपने आवास पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रघुवर सरकार को आड़े होथ लिया।
उन्होनें सरकार पर आरोप लगाते हुये कहा कि मुख्यमंत्री में जरा सी भी संवेदना नहीं बची है, राज्य की गरीब जनता भूख से मर रही है और रघुवर सरकार मौत का कारण बीमारी बताती है।
सीएनटी-एसपीटी एक्ट के खिलाफ व धर्मांतरण बिल की बदौलत राज्य सरकार आदिवासी समाज को बांटना व कुचलना चाहती है। झारखण्ड के 17 साल के कार्यकाल में भाजपा लगभग 14 वर्ष शासन की है, फिर भी यहां की जनता भूख से मरती है। भाजपा सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को जेल के भीतर डाल दिया जाता है।
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जेवीएम के विधायक प्रदीप यादव व बड़कागांव के विधायका निर्मला देवी उदाहरण है। रघुवर सरकार हजार दिन राज काज का सेलिब्रेशन ऐसे करती है, जैसे हज़ार साल शासन कर लिया हो। उन्होंने कहा कि पहले जमीन को गुंडे, जमींदार, दबंग लोग किसानों से छिनते थे, पर अब वक्त ऐसा आ गया है कि किसानों की जमीन को केंद्र सरकार और झारखण्ड की सरकार मिल कर छीन रही है।
सिमडेगा मामले पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि केंद्र से आयी टीम को सिमडेगा जाने ही नहीं दिया गया। उस टीम को गुमला, नगड़ी घुमाकर वापस भेज दिया गया। मृत बच्ची के परिवारों को बयान बदलने के लिए दबाव बनाने व उनके साथ मारपीट करने वाले भाजपा के ही लोग हैं।
आगे उन्होंने कहा कि राज्य की तमाम विपक्षी पार्टियां आदिवासी मूलवासी संगठन व सामाजिक संगठन सहित 400 संगठनों के साथ कल संवाद कार्यक्रम रखा गया है। राज्य में फैले अराजकता में सभी दल मिलकर एक साथ आवाज उठाएंगे।