महिलायें आत्मनिर्भर बनें इसके लिए ‘मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड’ का गठन किया जायेगा- रघुवार दास
जमशेदपुर के बारीडीह बस्ती में छठ घाट के शिलान्यास कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आधी आबादी को स्वावलम्बी बनाकर राज्य का वास्तविक विकास संभव हो सकेगा।उन्होने कहा कि आधी अबादी का संबंध राज्य की महिलाओं से है और उनकी आत्मनिर्भरता के लिए शीघ्र ही मुख्यमंत्री उद्यमी बोर्ड का गठन किया जाएगा। जिससे जिला, प्रखण्ड व ग्राम स्तर तक महिलाओं को आजीविका का सहारा मिल सकेगा।
उन्होंने राज्य की जनता से आग्रह किया कि वे बालक-बालिका में विभेद ना करें। बालिकाओं को शिक्षित बनाने पर ज़ोर देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि एक महिला पूरे परिवार के शिक्षा-संस्कार की आधारशिला तैयार करती है और संस्कारशील परिवार से सुसंस्कृत समाज निर्मित करती है। दास ने कहा कि सरकार के विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होकर युवक-युवतियां स्वयं जीविकोपार्जन करने के साथ-साथ अन्य लोगों को भी रोजगार दे सकती हैं।इन मुद्दों को जनता तक पहुंचाने के लिए उन्होने प्रभात-फेरी जैसे माध्यमों से लोगों को जागरूक करने पर ज़ोर दिया।
‘‘ बेटी का विवाह सही उम्र में करने से राज्य के मातृ मृत्यु-दर और शिशु मृत्यु-दर में कमी आएगी। इसलिए राज्य सरकार ने ‘पहले पढ़ाई उसके बाद विदाई’ कार्यक्रम की परिकल्पना की है। उन्होंने कहा कि समाज, शासन और जनता में कोई खाई नहीं रहनी चाहिए। एक दूसरे के सम्पर्क-समन्वय में रहकर अधिकारी सुन्दर-समृद्ध झारखण्ड बनाने की दिशा में ईमानदारी पूर्वक कार्य करें’’- मुख्यमंत्री रघुवार दास
इस अवसर मुख्यमंत्री ने ‘राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन’ के तहत् दीन दयाल उपाध्याय अन्त्योदय योजना के अन्तर्गत सिलाई में प्रशिक्षण प्राप्त महिलाओं को स्वरोजगार के लिए सिलाई मशीन वितरित की तथा ब्यूटीशियन-किट का भी वितरण किया।
इस अवसर पर उन्होने जीरो-ड्रापआउट घोषित पंचायतों के मुखिया-गणों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इनसे प्रेरणा लेते हुए मुखियागण अपने-अपने पंचायत को जीरो-ड्राप आउट बनाने की दिशा में कार्य करें। मुख्यमंत्री ने मुखियायों से अपील की कि सरकार की योजनाओं को जमीनी स्तर पर लाने में ग्रामीण क्षेत्र के मुखियागण अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें।