राज्य में 108-एम्बुलेंस सेवा अगस्त से- स्वास्थय विभाग
राज्य में डाक्टरों की कमी न हो इसके लिए सरकार ने पहले चरण में 3 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पलामू, हजारीबाग और दुमका में मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण का कार्य शुरू कर दिया गया है, जो जनवरी 2019 तक पूरा हो जायेगा। ये जानकारी राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचन्द्र चन्द्रवंशी ने आज आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दी।
उन्होने बताया कि ‘मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना’ के तहत राज्य के सभी लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। वर्तमान में गरीबी रेखा से नीचे रह रहे लोग इस बीमा योजना का लाभ उठा रहे हैं इसके साथ ही APL रेखा के लाभुक भी इस योजना के अंतर्गत अपना प्रीमियम का भुगतान कर लाभ उठा सकते हैं।
चन्द्रवंशी ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य योजना के अन्तर्गत सेकेंडरी स्वास्थ्य बीमा सेवा के लिए 50,000 रुपये, वरिष्ठ नागरिकों को अतिरिक्त लाभ के रूप में 30,000 रुपये, दुर्घटना से मृत्यु या पूर्ण विकलांगता पर 2,00,000 रुपये और आंशिक विकलांगता पर 1,00,000 रुपये की राशि दी जा रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 में 200 करोड़ रुपये की राशि का प्रावधान किया गया है।
उन्होने ये भी कहा कि सरकार राज्य में चिकित्सा सेवा को बेहतर करने के रांची के इटकी में पीपीपी मॉडल पर मेडिको सिटी विकसित करने वाली है जहां स्वास्थ्य से संबंधित सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी। यह योजना कुल 918.20 करोड़ रुपये की होगी जो 66.18 एकड़ भूमि पर तैयार किया जायेगा।
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने संवाददाताओं को बताया कि राज्य में 108- एम्बुलेंस सेवा अगस्त माह से पूरे राज्य में शुरू कर दी जायेगी। इसके लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। उन्होंने बताया कि दिसम्बर 2017 तक राज्य में कुल 329 एम्बुलेंस तैयार कर लिया जायेगा, जिसमें से 40 एडवांस एम्बुलेंस होगी और शेष सामान्य। विभाग ने 108- एम्बुलेंस सेवा के लिए कॉल सेंटर भी तैयार कर लिया है। त्रिपाठी ने बताया कि विभाग ने रांची में निर्माणाधीन 500 बेड वाले सदर अस्पताल को जुलाई माह में शुरू कर दिया जायेगा। पहले चरण में 200 बेड वार्ड भवन में शुरू किया जायेगा, शेष 300 बेड को अगामी दो वर्षों में सक्रिय किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि खरसावां में 500 बेड का अस्पताल निर्माणाधीन है जो दिसंबर 2017 में पूर्ण हो जायेगा।
त्रिपाठी ने बताया कि राज्य में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने करने के लिए विभाग ने 817 विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की अधियाचना झारखण्ड लोक सेवा आयोग को भेज दी है। वहीं रिम्स में 71 चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली गयी है। त्रिपाठी ने बताया कि राज्य के मलेरिया ग्रसित क्षेत्रों में लगभग 19 लाख मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण किया जा रहा है। राज्य के चार जिलों- गोड्डा,पाकुड़,साहेबगंज एवं दुमका में शतप्रतिशत कालाजार उन्मुलन का कार्यक्रम चल रहा है।