15 नवम्बर तक 6 जिलों को पूर्णतः विद्युतीकृत ज़िला घोषित करें- मुख्यमंत्री
ग्रामीण एवं शहरी विद्युतीकरण योजनाओं की कार्यकारी एजेंसियों की बैठक को सम्बोधित करते हुये मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि मार्च 2018 तक 112 विद्युत सबस्टेशन के निर्माण का काम पूरा करें। 15 नवम्बर 2017 तक 6 जिलों को पूर्णतः विद्युतीकृत जिला घोषित करें। उन्होंने कहा कि 28 दिसम्बर 2014 से अबतक 7 लाख घरों में विद्युत की सुविधा पहुंची है।
“वर्ष 2014 तक 68 लाख परिवारों में केवल 38 लाख परिवारों तक बिजली की सुविधा थी, लेकिन कुल 30 लाख परिवार विद्युत सुविधा से वंचित थे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 तक शेष 23 लाख परिवारों तक बिजली पहुंचाने का काम पूरे समर्पण और निष्ठा से करें”।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संवेदक स्वयं को केवल संवेदक ही न समझें अपितु वे महसूस करें कि वे देश और समाज के लिये महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हर गरीब का घर विद्युत से रौशन होगा तब सच्चा संतोष प्राप्त होगा।
सरकार और संवेदक एक टीम की तरह कार्य करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाग ने संवेदकों के भुगतान को सरलीकृत किया है, फिर भी यह ताकीद की जाती है किसी भी संवेदक को भुगतान के लिये दफ्तरों का चक्कर न काटना पड़े। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने विभाग के सचिव तथा प्रबंधनिदेशकों से कहा कि वे समय से पहले अपना लक्ष्य प्राप्त करने वाले संवेदकों को सम्मानित भी करें।
रघुवर दास ने कहा कि राज्य के दुरूह से दुरूह स्थल पर जो गांव हैं, वहां तक बिजली पहुंचकर रहेगी। संवेदक अपने मैन पावर की वृद्धि कर समय पर लक्ष्य को पूरा करें। उन्होंने सभी कार्य एजेंसियों की समस्याओं और सुझावों को सुना तथा वहीं उसके निराकरण के लिये निर्देश भी दिया। वन विभाग से क्लीयरेंस हेतु एक समन्वय बैठक करने का भी उन्होंने निर्देश दिया ताकि समयबद्ध वन विभाग से क्लीयरेंस प्राप्त हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विद्युत हमारी बुनियादी आवश्यकता है। झारखण्ड प्रकृति की दृष्टि से समृद्ध है और विकास की अपार संभावनाओं वाला राज्य है किन्तु प्रत्येक घर तक विद्युत पहुंचाकर ही हम विकास की वास्तविक चमक प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री स्वयं इस दिशा में चिन्तित और प्रयत्नशील हैं। प्रत्येक दो माह पर वे राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ समीक्षा करते हैं। इसलिये इससे जुड़े सभी लोग समर्पित भाव से कार्य करें। उन्होने 2 माह बाद पुनः समीक्षा किये जाने की बात कही।