Hazaribagh: स्वदेशी-मॉडल से होगा विकास- जयंत सिन्हा
वनवासी कल्याण केन्द्र व्दारा आयोजित ‘राष्ट्र शक्ति सम्मेलन’ में रविवार को हजारीबाग सांसद व केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश का विकास ‘स्वदेशी माडल’ के आधार पर ही हो सकता है।
कुछ लोग और संस्थाएं प्रलोभन देकर भोले-भाले लोगों को गुमराह करने का काम करती हैं लेकिन प्रलोभन से विकास नहीं हो सकता है। उन्होने संस्कार, शिक्षा और सेवा भाव को अपना विरासत बताया।सरकार की नीतियों की चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि सरकार कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना चाहती है।इसके लिए सरकार सबका-साथ सबका-विकास के मॉडल पर काम कर रही है।
सदर विधायक मनीष जायसवाल ने आदिवासियों के धर्मांतरण पर विरोध प्रकट करते हुये कहा कि जबरन धर्मांतरण रोकने के उद्देश्य से राज्य सरकार ने कानून लागू किया है। लेकिन 1500 करोड़ रुपये की विदेशी राशि से देश में धर्मांतरण किया जाता है। उन्होनें विदेशी पैसे से हो रहे धर्मांतरण के पैसे के स्रोत की जांच की बात कही।
मुख्य वक्ता के रुप में बोलते हुये रिझू कच्छप ने सदान और सरना को एक बताया और कहा कि दोनो को अलग बताने वाले अज्ञानी हैं। भगवान बिरसा मुण्डा ने चर्च के षडयंत्र को समझा। यही कारण है कि उन्होने चर्च और ईस्ट इंडिया कंपनी दोनो के खिलाफ लड़ाई लड़ी।
वनवासी कल्याण केन्द्र के प्रदेश मंत्री मोहन सिंह मुण्डा ने कहा कि कहा कि धर्म और धरती के लिए आदिवासी सदैव संघर्षरत रहे हैं। आदिवासियों ने सदैव संस्कृति व प्रकृति की पूजा की है। हम सभी एक दूसरे की सहायता कर समाज और संस्कृति को बचा सकते हैं।उन्होने सदानों से आग्रह किया कि वे आदिवासियों को सहयोग करें।
कार्यक्रम में संस्था के हजारीबाग जिला के सुदूरवर्ती क्षेत्रों के हजारों आदिवासी महिलाएं, पुरुष व अन्य नागरिक उपस्थित हुए। कार्यक्रम में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा, अखिल भारतीय जनजातीय सह हित रक्षा प्रमुख ओम प्रकाश अग्घी, मुख्य अतिथि सह प्रदेश मंत्री मोहन सिंह मुण्डा, मुख्य वक्ता रिझू कच्छप, सदर विधायक मनीष जायसवाल सहित कई अन्य उपस्थित थे।