राज्य में धान खरीद का काम 1 दिसंबर से, जानें कितना है समर्थन मूल्य?
राज्य में धान खरीद का काम 1 दिसंबर 2017 से आरंभ होगा. प्रोजेक्ट भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में हुई बैठक के बाद खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय ने यह जानकारी दी.
खाद्य आपूर्ति मंत्री ने बताया कि इस बार किसानों को प्रति क्विंटल ₹150 बोनस देने की फाइल कैबिनेट की मंजूरी के लिए बढी है. कैबिनेट चाहे तो यह राशि बढ़ाई भी जा सकती है. पिछले साल सरकार ने प्रति क्विंटल 130 रुपये बोनस दिया था.
सभी जिला उपायुक्तों को यह निर्देश दिया गया है कि वे तीन दिनों के अंदर बैठक कर क्रय केंद्रों के चयन को अंतिम रूप देंगे.
मंत्री ने 28 नवंबर को जिला कृषि पदाधिकारियों, जिला सहकारिता पदाधिकारियों और जिला आपूर्ति पदाधिकारियों को क्रय केंद्रों की सूची लेकर आने का निर्देश दिया है. अब तक पुराने और नयेे मिलाकर कुल 93000 किसानों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है.
बैठक में यह तय हुआ कि किसानों की सुविधा के अनुसार के क्रय केंद्र बनाए जाएंगे. क्रय केंद्र से रोजाना धान उठाकर चावल मिल के गोदाम में चला जाएगा. इससे गोदाम में जगह नहीं रहने की समस्या खत्म हो जाएगी.
यदि मिल वालों के पास जगह नहीं होगी तो सरकार अपने स्तर से 5000 मीट्रिक टन की क्षमता वाले गोदामों की व्यवस्था करेगी. बैठक में तय किया गया कि भारतीय खाद्य निगम और झारखंड राज्य खाद्य निगम के अंतर्गत ट्रांसपोर्टिंग करनेवालों को ही क्रय केंद्रों से चावल मिलों तक धान की ट्रांसपोर्टिंग का काम दिया जाएगा.
यदि उसी रेट पर कोई अन्य ट्रांसपोर्ट अभी काम करना चाहे, तो उपायुक्त उसे या काम सौंप सकते हैं. मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि पिछले साल की गलतियों से सबक लेते हुए ध्यान रखें कि इस बार धान अधिप्राप्ति के काम में कोई त्रुटि ना रहे.
FCI ने पिछले साल तीन गोदाम लिए थे, मगर कार्यरत लोगों का एक ही सेट था, जिस कारण दो गोदाम बंद रखना पड़ता था.
मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि किसी हाल में किसान को लौटाया नहीं जाये. बैठक में विभागीय सचिव विनय कुमार चौबे, सहकारिता निबंधक विजय कुमार सिंह, विभाग के संयुक्त सचिव विनय कुमार राय उपस्थित थे.