Dhanbad: चेक से फर्जी निकासी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश
SBI का फर्जी चेक बनाकर बैंकों से पैसे की निकासी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने में पुलिस ने सफलता अर्जित की है।
SBI का फर्जी चेक बनाकर बैंकों से पैसे की निकासी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ करने में पुलिस ने सफलता अर्जित की है।
पकडे गये गिरोह के सदस्यों में विनोद दास, प्रेम प्रसून तथा सचिन ठाकुर शामिल है। पुलिस ने इनके पास से एक कंप्यूटर,इस प्रिंटर तथा मिटाया गया एक चेक बरामद किया है ।
पकडे गये गिरोह के सदस्य फर्जी चेक का क्लोन तैयार करते थे तत्पश्चात ऐसे किसी व्यक्ति जिनके खाते में पैसा है उस व्यक्ति का हस्ताक्षर किया हुआ मल्टी सिटी चेक का फोटो कॉपी की व्यवस्था करने के बाद कंप्यूटर की मदद लेकर फर्जी चेक तैयार किया जाता था।
साथ ही अकाउंट डिटेल को बारीकी से मिटाने के उपरांत नया चेक फोटो शॉप के जरिये तैयार करने के बाद हस्ताक्षर का नमूना की प्रैक्टिस किया जाता जिसके बाद फर्जी चेक को बैंक के ड्राप बॉक्स में डालकर किसी अन्य के अकाउंट में चेक भंजा कर फर्जी निकासी की जाती थी।
गिरफ्तार आरोपियों ने कांड में अपनी संलिप्ता स्वीकार किया है। ग्रामीण SP ने बताया SBI राजगंज शाखा एवं SBI पुटकी शाखा के प्रबंधक द्वारा फर्जी चेक के माध्यम से राशि निकासी कर लिए जाने के संबंध में कांड दर्ज कराया गया था।
पकडे गये आरोपियों में विनोद फर्जी हस्ताक्षरकर्ता है जबकि प्रेम सहयोगी की भूमिका में रहा। चेक बनाने का जिम्मा सचिन संभालता था। सचिन करकेंन्द का निवासी है।
धनबाद के अलावे रांची में भी यह गिरोह सक्रिय रहा है। SP ने बताया कि रांची में भी ऐसे दो घटनाओ को अंजाम देने की बात सामने आयी है हालांकि रांची में अभी तक कांड दर्ज नहीं हुआ है।
इस गिरोह में कुछ और भी लोग है जिनकी गिरफ्तारी जल्द होने की संभावना है। उक्त गिरोह प्रथम बार में फर्जी चेक तैयार कर सम्बंधित व्यक्ति के खाते से 95 हजार की निकासी कर ली थी।
पुनः दूसरी घटना को अंजाम देने की फ़िराक में थे। इस बार भी 95 हजार की फर्जी निकासी गिरोह के द्वारा की जा रही थी तभी पुलिस की सक्रियता से तीन आरोपी दबोच लिए गए। धनबाद से सिथुन कुमार की रिपोर्ट।