बिहार में भगिना की शादी पर ‘मामा’ को आपत्ति, जानें क्या है मामला ?

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बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejaswai Yadav Marriage) की गुरुवार को दिल्ली में शादी संपन्न हो गई। गिने-चुने मेहमानों के बीच विवाह का ये कार्यक्रम उनकी बहन मीसा भारती दिल्ली स्थित एक सैनिक फार्म में हुआ। शादी में कुछ खास मेहमान और रिश्तेदार बुलाए गए थे। उनके मामा साधु यादव को न्योता नहीं दिया गया था। इसे लेकर साधु यादव काफी नाराज हैं। तेजस्वी ने हरियाणा निवासी पिछले कुछ सालों की अपनी दोस्त रेचल (Tejaswi Yadav Wife) नाम की लड़की से की जो ईसाई धर्म से ताल्लुक रखती हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके ईसाई परिवार से होने के चलते लालू यादव को इस रिश्ते से ऐतराज था, बाकी परिवार भी रिश्ते के पक्ष में नहीं आया लेकिन आखिरकार लंबी बातचीत के बाद लालू और परिवार के अन्य सदस्यों को तेजस्वी की जिद के आगे झुकना पड़ा।

लेकिन अब विवाह हो जाने के बाद भी तेजस्वी के मामा साधु यादव (Sadhu Yadav On Tejaswi Yadav Marriage) इसपर कड़ा एजराज़ जताते नज़र आ रहे हैं। वे मीडिया में आकर कह रहे हैं कि उन्हें यह रिश्ता क़बूल नहीं है क्योंकि तेजस्वी ने अपनी बिरादरी से बाहर शादी कर पूरी यदुवंशी समाज को तिरस्कृत कर दिया।

यह रिश्ता हमें क़बूल नहीं: मामा, साधु यादव

साधु यादव ने कहा कि लालू यादव ने अपनी बेटियों की शादी में कुल खानदान सब देखा। मीसा भारती के लिए हम लोगों ने राजस्थान में एक लड़का देखा था। शाही परिवार था। लेकिन लड़के की मां ब्राह्मण थी, इस वजह से लालू यादव ने शादी नहीं की। लालू यादव ने कुल खानदान को हमेशा ध्यान में रखा तो फिर तेजस्वी यादव की शादी में इतनी बड़ी गलती कैसे की ? साधु ने भद्दी भाषा का भी प्रयोग मर डाला जिसके बाद से भगिना तेजप्रताप यादव व मामा साधु यादव के बीच मीडिया के जरिये नोंक-झोंक का सिलसिला शुरू हो गया है।

मामा मैदान में आके करले दो-दो हाथ: तेजप्रताप

साधु यादव (Sadhu Yadav & Tej Pratap Fight) इस रुख़ के बाद तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने अपने मामा को हत्यारा करार देते हुये साधु यादव पुतला दहन कर दिया। उन्होंने ट्वीट के जरिये बताया कि छात्र जनशक्ति परिषद द्वारा आज साधु यादव का पुतला दहन किया गया। हमारी माँ-बहनों की इज़्ज़त को सरेआम बेइज़्ज़त करने वाले उस “कंस” को मेरा खुला निमंत्रण है कि अगर अपनी माँ का दुध पिया है तो मैदान में आके करले दो-दो हाथ। या अगर औकात है तो सामने में सीधा खड़ा होकर हीं दिखा दें!

इससे पहले कल जब तेज प्रताप ने भोजपुरी में ट्वीट कर चेतावनी दी थी। उन्होंने लिखा था कि ‘रुकऽअ हम आऽवतानी बिहार तऽ गर्दा उड़ाऽव तानी तोहार! बुढ़-बुजुर्ग बाड़ऽअ, तनिक औक़ात में रहल सिखऽ। पाजामा से बाहर आऽवल के कौनो ज़रूरत नईखे..!’ 

लेकिन तेजप्रताप के चेतावनी पर ध्यान न देते हुये साधु यादव ने आज मीडिया को बुलाकर लालू प्रसाद यादव को कटघरे में खड़ा किया तो तेजप्रताप ने उनका पुतला दहन कर दो-दो हाथ करने की चेतावनी  दे डाली।

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