हर बच्चे में प्रतिभा है, हमें बस उसे तराशने की जरुरत है- राज्यपाल
झारखण्ड विधानसभा व्दारा ‘सुरक्षित बचपन, सुरक्षित भारत’’ विषय पर आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम को संबोधित करते हुये राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा है कि बच्चों को उचित शिक्षा व बेहतर मार्गदर्शन के साथ-साथ पर्याप्त अवसर दिलाना हम सब की जिम्मेदारी है।
उन्होनें बच्चों की क्षमताओँ के विकास पर ज़ोर देते हुये कहा कि ये सिर्फ माँ-बाप की ही नहीं, बल्कि पूरे समाज का दायित्व है। उन्होने कहा कि मेरी दृष्टि में हर बच्चे में प्रतिभा है, हमें उनकी प्रतिभा को तराशने व विकसित करने की जरूरत है। उन्होनें बच्चों को सही दिशा देने व बेहतर मार्गदर्शन पर बल दिया।
राज्यपाल ने कहा कि ये बेहद दुःखद है कि जिस उम्र में बच्चों को भविष्य निर्माण के लिए स्कूल जाना चाहिये उस उम्र में हमारे देश के लाखों बच्चे, घरेलू कामों से लेकर कल-कारखानों तक में काम करने को मज़बूर हैं ।
प्रदेश में रोजगार के नाम पर हो रही मानव-तस्करी के प्रति अपनी चिंता जाहिर करते हुये उन्होनें कहा कि इसे रोकने के लिए सरकार की योजनाओं को सभी तक सुगम बनाने और इसके प्रति सभी को जागरूक करने की ज़रुरत है । उन्होनें प्रदेश से होने वाले मानव-तस्करी,असुरक्षित पलायन और बाल श्रम को रोकने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करने की ज़रुरत बताई साथ ही कौशल विकास के लिए साक्षरता के साथ-साथ गुणात्मक शिक्षा पर ज़ोर दिया।
बालिकाओं को समाज की मुख्यधारा से जोड़कर पुनर्वास हेतु उनके हेतु प्रशिक्षण प्रदान कराना होगा। सरकार द्वारा बच्चों के विद्यालय के प्रति आकर्षण हेतु मध्याह्न भोजन योजना संचालित है। लेकिन हमें इस ओर भी अवश्य चिन्तन करना है और ध्यान देना है कि सिर्फ जरूरी नहीं है, बल्कि जरूरी है, जो सभी को हो।