बाबूलाल मरांडी का Exclusive इन्टरव्यू…पार्ट-2

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इन्टरव्यू  के पहले भाग में बाबूलाल मरांडी ने प्रदेश के मौजू़दा राजनितिक हालात, झामुमों-कांग्रेस गठबंधन, आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पार्टी कि रणनिति समेत राज्य के कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इसी कड़ी में पेश है इस इन्टरव्यू का अगला और आखिरी अंक…

इन्टरव्यू के पहले भाग में बाबूलाल मरांडी ने प्रदेश के मौजू़दा राजनीतिक हालात, झामुमों-कांग्रेस गठबंधन, आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों में पार्टी कि रणनीति समेत राज्य के कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। इसी कड़ी में पेश है इस इन्टरव्यू का अगला और आखिरी अंक…

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झारपोस्ट के सवालों का जवाब देते हुऐ बाबूलाल।

झारपोस्ट- सर प्रदेश में आपकी छवि एक ईमानदार नेता की मानी जाती है, लेकिन लोगों का कहना है कि इतने ईमानदार लोग राजनीति में ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाते…

बाबूलाल- मेरा मानना है कि अगर आप ईमानदार सरकार बनाना चाहते हैं तो आपको ईमानदारी से ही काम करनी होगी, चूँकि हम ईमानदारी से काम करना चाहते हैं, और मैं झारखंड की जनता से भी अपील करना चाहता हूँ कि अगर आप राज्य में ईमानदार सरकार चाहते हैं तो ईमानदार लोगों का साथ दें।दूसरा कोई रास्ता नहीं है।

सवाल- कुछ दिनों पहले आम आदमी पार्टी के मुखिया से भी आपकी मुलाक़ात हुई थी, आगामी विधानसभा चुनाव में क्या आपकी पार्टी ‘आप’ के साथ जा सकती है?

बाबूलाल- देखिये हम ये मानते हैं कि आम आदमी पार्टी या अरविंद केजरीवाल, देश की राजनीति के एक आईकॉन बन चुके हैं, और दिल्ली में जो उन्होनें कर दिखाया है वो काबिले तारीफ है, चाहे मोहल्ला क्लिनिक हो, या बिजली, पानी का मामला हो या फिर सरकारी स्कूलों को ठीक करने का काम जो आम आदमी से जुड़ी हुई चीजें हैं उसे ठीक करने करने का काम हो, और दुसरा अबतक उन्होने ऑनेस्ट पॉलिटिक्स की है…   

सवाल- तो ये दो ऑनेस्ट लोगों के कब तक एक होने की संभावना है?

बाबूलाल- देखिये हम मानते हैं कि अगर ऐसे लोग सत्ता में आते हैं या हमें कभी भी साथ काम करने का मौका मिलता है तो कोई आपत्ति नहीं है…

सर अब दिल्ली से झारखंड की ओर चलते हैं और आगामी चुनावों और उसकी रुपरेखा पर बात करते हैं  

सवाल- आनेवाले दिनों में अगर JMM-Congress गठबंधन की सरकार बनती है और इनको आपका समर्थन मिलता है तो आपकी पार्टी सरकार में किस ओहदे की मांग करेगी, क्या उपमुख्यमंत्री आपकी पार्टी का होना चाहिये?

अभीतक उन लोगों ने क्या बात किया है हमें पता नहीं, उन्होने हमसे इस बारे में कोई बात नहीं की है तो ओहदे का तो कोई सवाल ही नहीं उठता। अगर मिलकर इस बारे में बात करेंगे कि गठबंधन होगा की महा-गठबंधन तो सारी चीजों के बारे में बात होगी। नेता के बारे में बात होगी, सीटों के बारे में बात होगी, लेकिन अभी तक इस संदर्भ में हमसे कोई बात नहीं हुई है- बाबूलाल मरांडी।

सवाल- तो ये मान लिया जाये कि JVM लोकसभा और विधानसभा दोनों में, जेएमएम-कांगेस गठबंधन के साथ जाने को तैयार है?

बाबूलाल- हो सकता है…हमें कोई परहेज नहीं है, हमारे लिये झारखंड की जनता सर्वोपरि है, वाहां के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुये हम किसी से कोई परहेज़ नहीं करेंगे, झारखंड के लोगों को हम कभी धोखा नहीं दे सकते।

हम राजनीति झारखंड की जनता के लिये कर रहें हैं, अपने लिये नहीं, अगर अपने लिये कर रहे होते तो आज कहीं MLA, MP रहते या किसी और बड़े पद पर भी रहते, लेकिन कभी हमने अपने लिये कोई पद नहीं मांगा- बाबूलाल मरांडी, झाविमो प्रमुख।

सवाल- कई लोगों के मन में ये सवाल होगा कि जो विधायक जेवीएम छोड़कर बीजेपी में चले गये हैं अगर वो वापस पार्टी में आना चाहें तो क्या आप उन्हें स्वीकारेंगे ?

बाबूलाल- नहीं…मुझे लगता है कि इस प्रकार के लोगों को स्वीकार नहीं करना चाहिये…   

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