‘नगर निकाय चुनाव’ में Twitter से वोट मांग रही रघुवर सरकार…
Twitter जैसे Elite माध्यम इस चुनाव के लिए नया है। क्योंकि हाल में कई राज्यों में संपन्न हुए ‘निकाय चुनावों’ में ऐसे उदाहरण अभी कम ही मिले हैं जहां पार्टियों ने प्रचार के लिए Twitter का सहारा लिया हो ।
चुनावों में प्रचार के आपने कई रुप देखेे होंगे लेकिन आज हम जो आपको दिखाने जा रहे हैं वो झारखंड के लिए तो नया ही है…हलांकि ‘सोशल मिडिया’ से चुनाव प्रचार का तरीका अब नया तो नही, क्योकि भारत में इसकी शुरुआत 2014 के आम चुनावों से ही हो गई थी, लेकिन ‘निकाय चुनावों’ में ये प्रयोग तो अभी नया ही कहा जायेगा।
अबकी बार शहर में भी …बीजेपी सरकार । pic.twitter.com/UwCjgh7iLY
— Raghubar Das (@dasraghubar) April 5, 2018
हम बात झारखंड में होने जा रहे ‘नगर निकाय’ चुनाव और चुनाव प्रचार के लिए इस्तेमाल हो रहे माध्यमों की कर रहे हैं… राज्य में जहां प्रत्याशी अपनें-अपने प्रचार के लिए हर हथकंडे अपना रहे हैं जिसमें पुरानें तौर तरीके के अलावे नये तरीके जैसे सोशल मिडिया और लोगों को सीधे उनके मोबाईल, वाट्सएप पर मैसेज भेजकर अपनी तरफ रिझाने जैसे नये प्रयोग शामिल है।
लेकिन Twitter जैसे Elite माध्यम इस चुनाव के लिए नया है। क्योंकि हाल में कई राज्यों में संपन्न हुए ‘निकाय चुनावों’ में ऐसे उदाहरण अभी कम ही मिले हैं जहां पार्टियों ने प्रचार के लिए Twitter का सहारा लिया हो ।
क्योंकि आमतौर पर Twitter को Elite माध्यम माना जाता है जहां आम जनता की पहुँच फेसबुक व अन्य सोशल मिडिया से कम है।
आइए,अच्छा सोचें,अच्छा चुनें…बीजेपी चुनें ।
झारखण्ड की जनता ने साढ़े तीन साल पहले जो सपना देखा था ,वो सपना साकार हो रहा है । आज दुनियाभर में झारखण्ड का नाम सम्मान के साथ लिया जाता है।हमारी पहचान भ्रष्टाचार के लिए नहीं, विकास के लिए होती है ।विकास के पथ पर हमें और आगे जाना है । pic.twitter.com/aN5m6zz1RX— Raghubar Das (@dasraghubar) April 5, 2018
जिस प्रकार पलामू की जनता ने, आप सभी कार्यकर्ताओं ने कठिन परिश्रम कर यहां से बीजेपी सांसद और विधायक चुना, उसी तरह जब आप अपने शहर की सरकार चुने तो बीजेपी को ही चुने। pic.twitter.com/lCTV8VhSmG
— Raghubar Das (@dasraghubar) April 4, 2018
बहरहाल झारखंड में दलगत आधार पर पहली बार होने जा रहे नगर निकाय चुनाव की बात करें तो याहां कुल 40 के करीब राष्ट्रीय व क्षेत्रिय पाट्रीयां चुनाव लडीं रहीं हैं। जिसमें बीजेपी और इनके नेताओं के अलावे शायद ही किसी अन्य पार्टी के नेता अपनें ट्विटर हैंडल से अपनी पार्टी के पक्ष में वोट मांग रहे हैं!