Chandra Prakash Choudhary बचपन से रहा है जनसंघ से जुड़ाव, पढ़ें अबतक का राजनीतिक सफर
Giridih Loksabha 2024 के लिए आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी ने पिछले दिनों नामांकन किया। गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र से NDA उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन से पहले, वे रजरप्पा स्थित माँ छिन्मस्तिका मंदिर पहुंचे और मां के आशीर्वाद के लिए पूजा अर्चना की।
Giridih Loksabha 2024 से नामांकन के बाद चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि इस चुनाव में वे विजय प्राप्त करेंगे और मोदी जी के नेतृत्व में अपने क्षेत्र को मजबूत करेंगे। वे उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार भी उन्हें लोगों का पूरा समर्थन मिलेगा और वे विजयी होंगे।
बता दें कि Giridih Loksabha 2024 के लिए चंद्र प्रकाश चौधरी का का मुकाबला INDIA ALLIANCE के प्रतियोगी मथुरा प्रसाद महतो Mathura Prasad Mahto के साथ है।
Giridih Loksabha 2024 नामांकन के दौरान मनीष जायसवाल का भी मिला साथ
हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी मनीष जायसवाल ने भी चंद्रप्रकाश चौधरी के नामांकन समारोह में हिस्सा लिया।
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Chandra Prakash Choudhary का अबतक सफर
चंद्र प्रकाश चौधरी, जिनका जन्म 18 अगस्त, 1967 को झारखंड के रामगढ़ जिले के सांडी में हुआ था, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (AJSU) राजनीतिक दल के सदस्य हैं।
2019 से लोकसभा में गिरिडीह निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए वे संसद सदस्य (सांसद) हैं। 2019 में, चौधरी ने गिरिडीह निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए लोकसभा में पदार्पण किया। उन्होंने 17वें लोकसभा चुनाव में झामुमो उम्मीदवार जगरनाथ महतो को हराकर जीत हासिल की।
Chandra Prakash Choudhary का व्यक्तिगत जीवन
पूरा नाम | चन्द्र प्रकाश चौधरी |
जन्म की तारीख | 11 जून 1974 (उम्र 49) |
जन्म स्थान | झारखंड |
दल का नाम | आजसू पार्टी |
शिक्षा | स्नातक |
पेशा | सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिज्ञ |
पिता का नाम | रिझु नाथ चौधरी |
मां का नाम | कलावती चौधरी |
धर्म | हिंदू |
Giridih Loksabha 2024 : CCL कोलियरी में कांटा इंचार्ज भी रहे Chandra Prakash Choudhary
चंद्रप्रकाश चौधरी का जन्म 18 अगस्त 1967 को झारखंड के रामगढ़ जिले के रजरप्पा थाना इलाके के सांडी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम रीझू नाथ चौधरी और माता का नाम कलावती चौधरी था।
चंद्रप्रकाश चौधरी का पारिवारिक बैकग्राउंड राजनीति से जुड़ा हुआ है। पिता रीझू नाथ चौधरी जनसंघ से जुड़े रहे और 3 बार विधानसभा का चुनाव लड़ा। चंद्रप्रकाश चौधरी ने बिनोवा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग से वाणिज्य में स्नातक की डिग्री हासिल की। उसके बाद CCL के रजरप्पा कोलियरी में कांटा इंचार्ज के रूप में काम किया। इसी दौरान उन्हें राजनीति अपनी ओर खींच लाई।
Giridih Loksabha 2024 प्रत्याशी Chandra Prakash Choudhary की राजनीतिक यात्रा
सियासत में कदम रखने के बाद मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी आजसू पार्टी से जुड़े। 2000 से 2003 तक वे AJSU पार्टी के हजारीबाग जिला संयोजक रहे, फिर 2003 से 2005 तक हजारीबाग जिलाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 2005 में उन्हें पार्टी का केन्द्रीय कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया। इस पद पर वह 2008 तक रहे, फिर 2009 में पार्टी के उपाध्यक्ष बनाए गए।
5 बार झारखंड विधानसभा के सदस्य Chandra Prakash Choudhary
चंद्रप्रकाश चौधरी ने पहली बार 2005 में रामगढ़ सीट पर आजसू पार्टी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुए। उसके बाद 2009 और 2014 में भी वह लगातार जीत हासिल करते रहे। 2005 में वे अर्जुन मुंडा की सरकार में भू- राजस्व मंत्री बने, फिर 2006 में मधु कोड़ा की सरकार में विज्ञान प्रोद्यौगिकी मंत्री रहे।
2009 में शिबू सोरेन की सरकार में जल संसाधन विभाग मंत्री, 2010 में एक बार फिर अर्जुन मुंडा की सरकार में भवन निर्माण मंत्री बने और वहीं रघुवर दास की सरकार में भी पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री के रुप में उल्लेखनीय कार्य किया। सीपी चौधरी झारखंड विधानसभा में पार्टी विधायक दल के नेता भी रहे हैं।
चंद्रप्रकाश चौधरी की रही झारखंड आंदोलन में विशेष भूमिका
रामगढ़ को अलग जिला बनाने के लिए हुए आंदोलन में चंद्रप्रकाश चौधरी ने सक्रिय भूमिका निभाई। आंदोलन के परिणामस्वरूप 2004 में हजारीबाग से अलग होकर रामगढ़ जिला का गठन हुआ। इससे पहले झारखंड के अलग राज्य के लिए भी उन्होंने संघर्ष किया। झारखंड आंदोलन के दौरान उन्हें 1988-89 में जेल भी जाना पड़ा।