SSC पेपर लीक मामला: गड़बड़झाला होता रहा, चौकीदार सोता रहा- कांग्रेस
यह मोदी सरकार की दमनकारी नीतियों का ही नतीज़ा है कि एसएससी के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को सरकार ने बसों में डालकर बाहर कर दिया।
SSC पेपर लीक मामले पर मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि यह मोदी सरकार की दमनकारी नीतियों का ही नतीज़ा है कि एसएससी के बाहर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को सरकार ने बसों में डालकर बाहर कर दिया।
सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि 2 करोड़ युवाओं का भविष्य अंधकार में जा रहा है। लेकिन सरकार SSC को ‘सुपर सकैम कमीशन’ बनाने पर तुली हुई है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि SSC ने हाल ही में ‘संसदीय समिति’ को लिखित में दिया है कि उसके 7 पेपर लीक हो चुके हैं। 8 वां पेपर जो लीक हुआ, वो एसएससी ने प्रेस रिलीज़ ज़ारी कर बताया है। वहीं लापरवाही का आलम यह है कि एक विद्यार्थी को 700 एडमिट कार्ड ज़ारी किये गये हैं।
शर्तों के मुताबिक केवल एसएससी के सिक्योर कंप्यूटर सर्वर से ही प्रश्नपत्र अपलोड होने चाहिए, लेकिन एसएससी के पास कोई ऐसा सर्वर है ही नहीं। साथ ही प्राइवेट ठेकेदार से पेपर अपलोड किया जाता है तो पेपर सेक्यूर रहेगा कैसे? अत: सरकार मेरिट के आधार पर रोजगार देने में विफल साबित हो रही है- कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला
कांग्रेस प्रवक्ता ने सरकार के खिलाफ तल्ख़ तेवर अपनाते हुए उन्होंने कहा कि अगर सरकार एक सर्वर नहीं चला सकती तो उसे सत्ता में रहने का कोई अधिकार नहीं है।उन्होंने ये भी कहा कि जब एसएससी पेपर लीक की बात स्वीकार करती है तो दुबारा से परीक्षा क्यों नहीं हो रहे?
साथ ही उन्होंने परीक्षा केंद्रों के हालात पर भी सवाल उठाये, उन्होंने कहा कि हर सेंटर में CCTV कैमरा लगाने की शर्त है लेकिन कुछ सेंटर को छोड़कर बाक़ी में नहीं लगाए गए हैं। भदोही के एक सेंटर के बाहर बीजेपी नेता का बोर्ड लगा है। और नौजवान जब इन सबके ख़िलाफ़ धरने पर आते हैं तो उनकी एक नहीं सुनी जाती।
कांग्रेस ने इसकी निष्पक्ष और सीमित समय के अंदर जांच की मांग की है साथ ही तब के मंत्री जितेंद्र सिंह और एसएससी के चेयरमैन अशीम खुराना को जांच होने तक पद से हटाने की मांग की है।