कांग्रेस का राजनीतिक प्रस्ताव: बैलेट पेपर से हो चुनाव
कांग्रेस ने भविष्य में होने वाले चुनावों को इवीएम की बजाय बैलेट पेपर से कराने की मांग की है। पार्टी ने इस बात को प्रमुखता से कहा है कि निर्वाचन प्रक्रिया की विश्वसनीयता को सुनिश्चित करने के लिये चुनाव आयोग को मतपत्र के पुराने तरीके को फिर से लागू करना चाहिए।
राहुल गांधी की अध्यक्षता में पहली बार हो रहे महाधिवेशन में कांग्रेस ने राजनीतिक प्रस्ताव पारित कर इवीएम विवाद को एक बार फिर धार दी है।
कांग्रेस ने भविष्य में होने वाले चुनावों को इवीएम की बजाय बैलेट पेपर से कराने की मांग की है।
पार्टी ने इस बात को प्रमुखता से कहा है कि निर्वाचन प्रक्रिया की विश्वसनीयता को सुनिश्चित करने के लिये चुनाव आयोग को मतपत्र के पुराने तरीके को फिर से लागू करना चाहिए।
वहीं सभी चुनाव एक साथ कराने की भाजपा की वकालत को पार्टी ने ये कहकर नकार दिया है कि ये संविधान की दृष्टि से अनुचित और अव्यवहारिक है। इसके अलावे दलबदलुओं को छह साल के लिए चुनाव लड़ने से रोकने की मांग की है।
इसके साथ ही 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने समान विचाराधारा वाले दलों के साथ मिलकर गठबंधन की राह पर चलने का साफ संदेश दिया है।