Alamgir Alam ने जेल में टहलते हुए बिताई पहली रात… ED रिमांड में पूछे जा रहे ये 8 सवाल
“टेंडर घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी मंत्री आलमगीर आलम Alamgir Alam को गुरुवार रांची के PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) की स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें 6 दिनों की हिरासत में भेज दिया।
ED प्रवर्तन निदेशालय का दावा है कि झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम Alamgir Alam को टेंडर में 1.5 प्रतिशत कमीशन मिलता था। ईडी का कहना है कि बरामद 32.20 करोड़ रुपये की नकदी भी आलमगीर आलम के लिए एक फ्लैट में रखी गई थी।
यह जानकारी ED ने PMLA के विशेष न्यायाधीश की अदालत में आलमगीर आलम Alamgir Alam को पेश करते समय दी। बताया गया कि सितंबर 2022 में मंत्री को कमीशन के रूप में 3करोड़ रुपये मिले थे, जो एक इंजीनियर ने दिए थे।
Highlights in Alamgir Alam Case
- पीएस संजीव लाल Sanjeev Lal अपने नौकर के घर रखता था कैश
- कमीशन के पैसों के बंटवारे की प्रक्रिया तय
- कई अधिकारियों की भी बढ़ेगी मुश्किलें
हालांकि, दोनों पक्षों की तरफ सुनने के बाद, कोर्ट ने आलमगीर आलम को 6 दिनों की हिरासत में भेज दिया।
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ED ने Alamgir Alam को रिमांड पर लेने के बताए 8 कारण:
- आरोपी एक प्रभावशाली व्यक्ति है और मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध में शामिल है।
- तलाशी के दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनकी पुष्टि आरोपी से करनी है।
- अवैध आय अर्जित करने में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान करनी है।
- गिरफ्तार संजीव कुमार लाल और जहांगीर आलम से मिली जानकारी की आलमगीर आलम से पुष्टि करनी है।
- ठेकों में कमीशनखोरी में शामिल वरीय सरकारी अधिकारियों समेत अन्य व्यक्तियों की भूमिका की जांच करनी है, जिन्होंने अपने पद का दुरुपयोग किया है।
- आलमगीर आलम बयान दर्ज कराते समय सहयोग नहीं कर रहे हैं और प्रतिक्रिया देने में टाल-मटोल कर रहे हैं।
- अपराध से अर्जित संपत्तियों की पहचान करनी है, जिनका लाभ आरोपी व्यक्तियों ने उठाया है।
- मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल कथित और संदिग्ध व्यक्तियों की भूमिका का पता लगाना है।
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बता दें कि ईडी की छापेमारी के बाद, करोड़ों रुपए की नकद बरामदगी के बाद, झारखंड की राजनीति में हलचल मच गई है। बीजेपी लगातार इस मुद्दे पर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा सरकार को निशाने पर ले रही है।
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कोर्ट में पेश होने के बाद, ED के विशेष लोक अभियोजक शिव कुमार ने आलमगीर आलम Alamgir Alam को 10 दिनों की हिरासत में लेकर जाँच करने की मांग की, जिसका आलमगीर आलम के वकीलों ने विरोध किया। इसके बाद कोर्ट ने 6 दिनों की हिरासत की मंजूरी दी। अब आलमगीर आलम को 6 दिनों तक ED हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी।
Tender का 1.5% कमीशन था Alamgir Alam का हिस्सा
ED की जाँच में पाया गया कि Alamgir Alam आलमगीर आलम का हिस्सा आवंटित निविदा राशि का 1.5 प्रतिशत था और एक मामले में यह भी पता चला कि आलमगीर आलम को उसके हिस्से का 3 करोड़ रुपये का कमीशन मिला था, जो किसी सहायक अभियंता द्वारा सितंबर 2022 में भेजा गया था।
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इस घोटाले में आरोपियों से पुछताछ के बाद कुछ अन्य सरकारी अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जाएगी। इसलिए ED ने आरोपी की 10 दिनों की हिरासत की मांग की थी। ED की ओर से कहा गया है कि कमीशन के संग्रह और वितरण की पूरी प्रक्रिया को ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल और ग्रामीण कार्य विभाग के सहायक इंजीनियरों ने किया था।
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Alamgir Alam ने जेल में टहलते हुए बिताई पहली रात
बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में मंत्री Alamgir Alam की पहली रात बेचैनी में बीती। जेल सुत्रों ने Jharkhand Reporter को बताया कि जेल में प्रवेश करने के बाद आलमगीर आलम ने किसी से बात नहीं की और सीधे अपर डिविजन-1 में चले गए। जेल में वे देर तक बेचैन टहलते रहे और कुछ देर अपने बिस्तर पर लेटे रहे। अपने वार्ड में जाने के बाद Alamgir Alam बाहर नहीं निकले।
हालांकि, जेल प्रशासन समय-समय पर उन्हें खाना-पानी के लिए पूछता रहा, मगर Alamgir Alam मना करते रहे। शाम 7:30 बजे उन्हें भिंडी-आलू की भुजिया और रोटी खाने में दी गई। इसके अलावा, एक गिलास दूध भी दिया गया। काफी देर तक खाना उनके टेबल पर पड़ा रहा। बताया जा रहा है कि रात करीब दस बजे Alamgir Alam ने आधी रोटी और आधा गिलास दूध ही लिया।
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