जमीन घोटाला मामले में ईडी की बड़ी कार्रवाई, ये लोग गिरफ्तार
सेना की जमीन घोटाला मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की रांची टीम ने बुधवार देर शाम कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को गिरफ्तार किया है। आज दोनों को कोर्ट में पेश किया जायेगा।
रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री का आरोप लगा है। ईडी ने इनसे पूछताछ भी की थी अब पर्याप्त सबूत होने के बाद इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। ईडी ने इससे पहले रांची के पूर्व डीसी आईएएस छवि रंजन समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था।
जमीन घोटाला में इनकी अहम भूमिका होने का आऱोप है। अभी तक रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन सहित कुल दस गिरफ्तारियां हो गई हैं। फर्जी कागजात के आधार पर प्रदीप बागची नामक शख्स ने कोलाकाता के जगतबंधु टी इस्टेट के मालिक दिलीप घोष को यह जमीन बेची थी।
इस कंपनी में अमित अग्रवाल भी सहयोगी हैं। ईडी ने इस घोटाले में अब रांची के बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, सेना के कब्जे वाली जमीन के फर्जी रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार किया था। अब इस मामले में हुई दो बड़ी गिरफ्तारियों से ईडी ने केस और मजबूत कर दिया है।
अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी के ईडी के लिए बड़ा कदम है। अमित कोलकाता के बड़े कारोबारी हैं।
झारखंड हाई कोर्ट के वकील राजीव कुमार ने अमित अग्रवाल के खिलाफ जनहित याचिका दायर की थी। याचिका वापस लेने के लिए अमित अग्रवाल ने राजीव कुमार को कोलकाता बुलाया और रिश्वत की रकम 50 लाख रुपये देने से पहले ही उसे गिरफ्तार करा दिया। पुलिस की छापेमारी में राजीव कुमार पैसे के साथ पकड़े गए थे। अमित अग्रवाल और वकील राजीव कुमार के बीच रुपयों की लेन देन पिछले साल 31 जुलाई को पार्क सर्कस इलाके में हुआ था। जमीन घोटाला मामले में ईडी ने अमित अग्रवाल से पूछताछ भी की थी।