EVM चैलेंजः NCP, CPM आए पर कहा “हम तो सिर्फ समझनें आये थे”
शनिवार को हुए चुनाव आयोग के ‘ईवीएम हैकिंग चैलेंज’ में केवल दो राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने ही हिस्सा लिया। NCP और CPI(M) ने ईवीएम चैंलेंज के नियमों के मुताबिकर अपने तीन-तीन प्रतिनिधि भेजे, दोनों ही दलों ने इलेक्ट्रोनिक एक्सपर्चट को भेजा था। लेकिन चैंलेंज शुरु होने के करीब दो घंटे बाद दोनों दलों ने साफ किया की वे इस प्रक्रिया को समझने आए है। सीपीएम ने चुनाव आयोग में संतुष्टि जताई और जागरुकता अभियान चलाने की सलाह दी ।
वहीं चुनाव आयोग ने एक बार फिर दोहराया कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ मुमकिन नहीं। चुनाव आयोग ने कहा की भविष्य में सभी चुनाव वीवीपैट के जरीए होंगे । चुनाव आयोग ने कहा की न तो ईवीएम से छेड़छाड़ संभव है और न ही इसके परिणा बदले जा सकते है ।
ईवीएम चैलेंज के लिए चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश , पंजाब और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल हुई इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों को मंगवाई थी। जिसमें प्रतिनिधियो को चार-चार मशीनें चुनने का मौका दिया गया। लेकिन दोनों ही दलों ने चुनाव आयोग के चैंलेज को इनकार कर दिया ।
चुनाव आयोग ने ईवीएम चैलेंज के लिए 7 राष्ट्रीय दलों और 49 क्षेत्रीय दलों को बुलावा भेजा था लेकिन NCP और CPI(M) को छोड़ किसी पार्टी ने चुनौती स्वीकार्य नहीं किया था।
दरअसल हाल ही में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद सबसे पहले बहुजन समाज पार्टी ने ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया था। इसके बाद कई दलों ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था।