Jharkhand News : ₹2900 करोड़ की रेल क्रांति! कोडरमा-हजारीबाग रूट पर बढ़ेंगी ट्रेनें, सफर होगा तेज़

WhatsApp Image 2025-03-20 at 11.59.43

Jharkhand News : झारखंड में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने कोडरमा-हजारीबाग रेलखंड के दोहरीकरण की महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना की कुल लागत ₹2887.11 करोड़ है, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी और मालगाड़ी एवं एक्सप्रेस ट्रेनों की संख्या में वृद्धि होगी।

देशभर के Important News सीधे अपने WhatsApp पर पाएं, Group से जुड़ें


Jharkhand News : कोडरमा-हजारीबाग रेलखंड दोहरीकरण परियोजना की मुख्य बातें

परियोजना का नामकोडरमा-हजारीबाग रेलखंड दोहरीकरण
लागत₹2887.11 करोड़
लंबाईलगभग 133 किलोमीटर (कोडरमा से हजारीबाग)
समय सीमा3 वर्ष (कार्य प्रारंभ होने की तिथि से)
लाभार्थी क्षेत्रझारखंड और बिहार के यात्री एवं व्यापारी
मुख्य उद्देश्यट्रेनों की संख्या में वृद्धि, यात्रा समय की बचत और सुरक्षा में सुधार

कोडरमा-हजारीबाग रेलखंड दोहरीकरण क्यों है महत्वपूर्ण?

रेलवे किसी भी क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। कोडरमा से हजारीबाग तक दोहरीकरण परियोजना से न केवल ट्रेनों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि यात्रियों को अधिक आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव मिलेगा।

यह परियोजना उन यात्रियों के लिए बेहद लाभकारी होगी, जो झारखंड और बिहार के बीच रोज़ाना यात्रा करते हैं। इसके अलावा, इस परियोजना से मालगाड़ियों की आवाजाही भी बढ़ेगी, जिससे व्यापारिक गतिविधियों में तेजी आएगी।


परियोजना के प्रमुख लाभ

1. यात्री सुविधाओं में सुधार

  • दोहरीकरण के बाद कोडरमा-हजारीबाग मार्ग पर अधिक ट्रेनों का संचालन संभव होगा।
  • अधिक ट्रेनों के चलते यात्रियों को अपनी यात्रा के लिए ज्यादा विकल्प मिलेंगे।
  • नई ट्रेनों की शुरुआत से यात्रा में देरी की समस्या कम होगी।

2. माल परिवहन में वृद्धि

  • इस परियोजना से मालगाड़ियों की संख्या में वृद्धि होगी, जिससे व्यापार को गति मिलेगी।
  • औद्योगिक क्षेत्रों से कच्चा माल और तैयार उत्पादों का परिवहन आसान होगा।

3. समय की बचत

  • दोहरीकरण के बाद ट्रेनों की रफ्तार में वृद्धि होगी, जिससे यात्रा का समय कम होगा।
  • लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों को तीव्रगति एक्सप्रेस ट्रेनों का लाभ मिलेगा।

4. रेलवे सुरक्षा में सुधार

  • एकल लाइन की तुलना में दोहरी लाइन पर दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है।
  • क्रॉसिंग पर होने वाली देरी कम होगी, जिससे यातायात सुचारू रूप से चलेगा।

देशभर के Important News सीधे अपने WhatsApp पर पाएं, Group से जुड़ें


झारखंड में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास

झारखंड में रेलवे परियोजनाओं में लगातार निवेश किया जा रहा है। कोडरमा-हजारीबाग रेलखंड का दोहरीकरण राज्य की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित होगा। इस परियोजना से स्थानीय उद्योगों, खनन क्षेत्रों और व्यापारिक गतिविधियों को सीधा लाभ मिलेगा।

रेलवे दोहरीकरण परियोजना के अन्य फायदे:

  • झारखंड के दूरस्थ क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
  • बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
  • पर्यटन स्थलों तक पहुंचना आसान और तेज़ होगा।

परियोजना की वर्तमान स्थिति और भविष्य की योजना

  • कार्य की शुरुआत: रेलवे मंत्रालय द्वारा इस परियोजना के लिए कार्य आदेश जारी कर दिया गया है।
  • समाप्ति की समय-सीमा: इसे पूरा होने में लगभग तीन वर्ष का समय लगेगा।
  • भविष्य की योजना: रेलवे बोर्ड इस दोहरीकरण के साथ-साथ विद्युतीकरण पर भी कार्य कर रहा है, जिससे संचालन में लागत कम होगी और पर्यावरण को कम नुकसान पहुंचेगा।

यात्रियों और स्थानीय निवासियों की उम्मीदें

इस परियोजना के पूरा होने के बाद झारखंड के लोगों को न केवल तेज़ और सुरक्षित यात्रा का लाभ मिलेगा, बल्कि इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। रेलवे के इस महत्वपूर्ण कदम से क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने और व्यवसायों को विस्तार देने में सहायता मिलेगी।

स्थानीय लोग इस परियोजना से क्या उम्मीद करते हैं?

  1. अधिक ट्रेनों की उपलब्धता और नई ट्रेनों की शुरुआत।
  2. यात्रा में लगने वाले समय की कमी।
  3. माल परिवहन की बेहतर सुविधाएं।

निष्कर्ष

₹2,887.11 करोड़ की लागत से बनने वाली कोडरमा-हजारीबाग रेलखंड दोहरीकरण परियोजना झारखंड और बिहार के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक विकास परियोजना है। इससे यात्रा सुविधाएं बेहतर होंगी, व्यापार में तेजी आएगी और रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी।

देशभर के Important News सीधे अपने WhatsApp पर पाएं, Group से जुड़ें

About Author