Jharkhand News : स्कूलों में बढ़ेगी रसोइयों की सैलरी! जानें सरकार का नया बड़ा ऐलान

Jharkhand News : झारखंड सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में कार्यरत रसोइयों और स्वास्थ्य सहायकों के मानदेय में बढ़ोतरी की घोषणा की है। राज्य के मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि जल्द ही इन कर्मचारियों का पारिश्रमिक 2,000 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये प्रति माह किया जाएगा। सरकार के इस फैसले से हजारों रसोइयों और सहायक कर्मचारियों को राहत मिलेगी, जो लंबे समय से वेतन वृद्धि की मांग कर रहे थे।

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Jharkhand News : विधानसभा में उठा वेतन और पेंशन वृद्धि का मुद्दा
इस बीच, झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायकों ने विधवाओं, दिव्यांगों और बुजुर्गों की पेंशन में वृद्धि की मांग को लेकर हंगामा किया। उनकी मांग थी कि इन संवेदनशील वर्गों को ‘मईयां सम्मान योजना’ के लाभार्थियों के बराबर वित्तीय सहायता मिले।
भाजपा विधायकों ने सरकार से यह स्पष्ट करने को कहा कि क्या वह विधवाओं, दिव्यांगों और बुजुर्गों की पेंशन राशि को 2,500 रुपये प्रति माह तक बढ़ाने के लिए तैयार है या नहीं? फिलहाल, इन लाभार्थियों को मात्र 1,000 रुपये प्रति माह की पेंशन मिलती है, जबकि ‘मईयां सम्मान योजना’ के तहत 18 से 50 वर्ष की महिलाओं को 2,500 रुपये मासिक सहायता दी जाती है।
सरकार का जवाब: पेंशन और ‘मईयां सम्मान’ योजना अलग-अलग योजनाएं
भाजपा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी ने इस मुद्दे को प्रश्नकाल के दौरान उठाया। इसके जवाब में, झारखंड सरकार के अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने स्पष्ट किया कि ‘मईयां सम्मान योजना’ और पेंशन योजना पूरी तरह अलग-अलग कार्यक्रम हैं।
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मंत्री लिंडा ने कहा कि ‘मईयां सम्मान योजना’ महिला सशक्तिकरण के लिए है, जबकि पेंशन योजना केंद्र और राज्य सरकार की संयुक्त व्यवस्था के तहत संचालित होती है। उन्होंने कहा कि पेंशन राशि बढ़ाने में जटिलताएं हैं, और अगर केंद्र सरकार अपना योगदान बढ़ाती है, तो राज्य सरकार भी पेंशन में बढ़ोतरी पर विचार करेगी।
झारखंड में कितने लोग पेंशन वृद्धि के हकदार?
भाजपा विधायक तिवारी ने बताया कि झारखंड में:
- विधवाओं की संख्या लगभग 2.85 लाख है।
- दिव्यांग व्यक्तियों की संख्या लगभग 72,000 है।
- इन लाभार्थियों को सिर्फ 1,000 रुपये प्रति माह मिलते हैं, जबकि ‘मईयां सम्मान’ योजना के तहत महिलाओं को 2,500 रुपये मासिक सहायता दी जाती है।
रसोइयों और सहायकों के मानदेय में असमानता का मुद्दा
विधानसभा में यह भी बताया गया कि सरकारी स्कूलों में काम करने वाले रसोइयों और स्वास्थ्य सहियाओं (सहायकों) को मात्र 2,000 रुपये मासिक वेतन मिलता है, जो मईयां सम्मान’ योजना के लाभ से भी कम है। कांग्रेस विधायक रामेश्वर उरांव ने सरकार से इस असमानता को दूर करने की अपील की।
सरकार की बड़ी घोषणा: मानदेय बढ़ाकर 3,000 रुपये किया जाएगा
इस पर, राज्य मंत्री सुदिव्य कुमार ने विधानसभा में ऐलान किया कि सरकार जल्द ही स्कूलों में कार्यरत रसोइयों और स्वास्थ्य सहायकों का वेतन बढ़ाकर 3,000 रुपये प्रति माह करेगी। इस फैसले से इन कर्मचारियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और उन्हें अपने परिवार का पालन-पोषण करने में मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
झारखंड सरकार के इस फैसले से स्कूलों में कार्यरत हजारों रसोइयों और स्वास्थ्य सहायकों को राहत मिलेगी। साथ ही, विधवाओं और दिव्यांगों की पेंशन राशि बढ़ाने की मांग पर सरकार ने विचार करने का आश्वासन दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में झारखंड सरकार पेंशन योजनाओं में क्या बदलाव करती है और कैसे यह संवेदनशील वर्गों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में कदम उठाती है।
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