झारखंड में क़रीब 2 साल से प्राथमिक स्कूल बंद, बच्चे भूल रहे क-ख-ग
देश के 33 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में प्राइमरी स्कूल खोले जा चुके हैं लेकिन झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, जम्मू और कश्मीर में प्राइमरी स्कूल अभी तक बंद हैं।
कई गाँवों में किए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि प्राथमिक स्तर के ज्यादातर बच्चे साधारण वाक्य भी नहीं पढ़ पाते। यह इस वर्ष के शुरू में 15 राज्यों में किए गए स्कूली बच्चों के ऑनलाइन और ऑफलाइन लर्निंग (स्कूल) सर्वेक्षण के निष्कर्षों पर आधारित है।
“सर्वेक्षण में पाया गया कि ग़रीब ग्रामीण परिवारों के बीच तीसरी कक्षा के केवल 25 फ़ीसद बच्चे ही एक साधारण वाक्य पढ़ पाते थे ऐसे में ऑनलाइन पढ़ाई की व्यवस्था पर सवालिया निशान उठने स्वाभाविक हैं।
अभिभावक कहते हैं कि वो निजी ट्यूशन का खर्च नहीं उठा सकते और स्कूल न खुले तो बच्चे अनपढ़ रहेंगे और उनके पास मज़दूरी के अलावा कोई रास्ता नहीं रहेगा। वहीं, जानकार मानते हैं कि सरकार ने कोविड महामारी के कारण ऑनलाइन पढ़ाई की बात तो की लेकिन गांव के ग़रीब बच्चों को इसका कोई लाभ नहीं मिला।
इस बीच झारखंड के स्कूली शिक्षा विभाग ने भी पाँचवीं कक्षा तक के स्कूलों को खोलने की सिफ़ारिश की है। झारखंड शिक्षा परियोजना की परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने मीडिया को बताया है कि हमने आपदा प्रबंधन विभाग को कई रिप्रेजेंटेशन दिए हैं, उन्हें फ़ैसला करना है कि वे स्कूलों को खोलने का निर्णय कब लेते हैं।