Maiya Samman Yojana 2025: मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़ा! 584 फर्जी लाभार्थियों से होगी राशि की वसूली

Maiya Samman Yojana 2025: झारखंड सरकार द्वारा संचालित मंईयां सम्मान योजना (Maiya Samman Yojana 2025) में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा सामने आया है। सरकार ने इस योजना के लाभार्थियों की जांच के दौरान पाया कि कई अयोग्य लोग इसका अनुचित लाभ उठा रहे हैं।

Maiya Samman Yojana 2025: फर्जी लाभार्थियों की जांच के आदेश
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर सरकार ने योजना में हो रहे गड़बड़ियों की जांच शुरू की है। पलामू जिले के डीसी (DC) ने सभी प्रखंडों के बीडीओ (BDO) को आदेश दिया है कि वे लाभार्थियों की दोबारा जांच करें और फर्जी तरीके से पैसा लेने वालों से सूद सहित पूरी राशि की वसूली करें। अब तक की जांच में केवल चार प्रखंडों में ही 584 अयोग्य लाभार्थी पाए गए हैं।
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गलत तरीके से लाभ उठा रहे लोग
जांच के दौरान यह सामने आया कि कुछ लाभार्थियों के परिवार के सदस्य सरकारी नौकरी में हैं, लेकिन फिर भी वे इस योजना का लाभ ले रहे हैं। इसके अलावा, कुछ पारा टीचर और स्वास्थ्य सहिया भी इसमें शामिल पाई गईं। दिसंबर 2024 में पलामू जिले में 3,72,937 लाभार्थियों के खातों में योजना की राशि भेजी गई थी, लेकिन अब इसकी गहन जांच की जा रही है।
मृतकों के नाम पर भी हो रहा फर्जीवाड़ा
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि कुछ मृत व्यक्तियों के नाम पर भी इस योजना का लाभ लिया जा रहा था। नावाडीह पंचायत के पंचायत सेवक मनीष कुमार सिंह ने बताया कि उर्मिला देवी की मृत्यु तीन महीने पहले हो चुकी थी, लेकिन फिर भी उनके खाते में योजना की राशि भेजी गई। इसके अलावा, एक अन्य मृत महिला के नाम पर भी पैसे ट्रांसफर किए गए। इस मामले की जांच पूरी होने के बाद बीडीओ को रिपोर्ट सौंप दी गई है।
पहले भी हुआ है बड़ा घोटाला
यह पहला मौका नहीं है जब मंईयां सम्मान योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है। इससे पहले, पश्चिम बंगाल के यूसुफ नामक व्यक्ति ने एक ही बैंक खाते का इस्तेमाल कर 95 बार आवेदन किया था। इसमें चास प्रखंड से 67 और गोमिया प्रखंड से 28 आवेदन जुड़े हुए थे। बाद में जब सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन किया गया, तो यह घोटाला उजागर हुआ और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के आदेश दिए गए।
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छठी किस्त का इंतजार कर रहे लाभार्थी
योजना के छठी किस्त (6th Installment) का इंतजार कर रहे लाभार्थियों को सत्यापन में देरी के कारण अभी तक पैसा नहीं मिला है। सरकार ने सभी लाभार्थियों का ई-केवाईसी (e-KYC) अनिवार्य कर दिया है, जिसके बिना उन्हें राशि नहीं मिलेगी। अब विभिन्न जिलों में विशेष शिविर लगाकर राशन कार्ड का ई-केवाईसी किया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द लाभार्थियों के खातों में पैसा भेजा जा सके।
सख्त निर्देश जारी
खाद्य आपूर्ति विभाग ने सभी जिलों के आपूर्ति पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि 25 फरवरी तक सभी लाभार्थियों का ई-केवाईसी पूरा कर लिया जाए। सरकार ने स्पष्ट किया है कि योजना में गड़बड़ियों को दूर करने के लिए सभी लाभार्थियों का दोबारा सत्यापन किया गया है, जो अब अंतिम चरण में है। सत्यापन पूरा होते ही छठी किस्त का भुगतान शुरू कर दिया जाएगा।
निष्कर्ष
झारखंड सरकार ने मंईयां सम्मान योजना 2025 में हो रहे घोटालों को गंभीरता से लिया है और अब दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। फर्जी लाभार्थियों से सूद सहित पूरी राशि वसूलने के आदेश जारी किए गए हैं। साथ ही, सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया है कि असली लाभार्थियों को उनकी राशि जल्द से जल्द मिल जाए।
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