पुलिस भर्ती परीक्षा में बदलाव करेगी झारखंड सरकार, अब ये हो जायेगा नियम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को ऐलान किया कि राज्य में सिपाही भर्ती में पहले शारीरिक और बाद में लिखित परीक्षा होगी। इसके लिए सरकार नियमावली में बदलाव कर रही है।
चाईबासा के टोंटो स्थित सेरेंगसिया में आयोजित ‘आपके अधिकार आपकी सरकार’ आपके द्वार कार्यक्रम के दौरान बोलते हुये CM Hemant Soren ने कहा कि पूर्व की सरकारों ने पुलिस की छोटी सी नौकरी के लिए लिखित परीक्षा अनिवार्य कर दी थी, लेकिन अब सरकार ने नियम बदल दिया है। जिसमें नौकरी करने की शारीरिक क्षमता होगी, उसकी क्षमता-दक्षता देखकर पुलिस की नौकरी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने उक्त कार्यक्रम में बोलते हुये यह भी कहा कि नौकरी के अतिरिक्त और भी संभावनाएं हैं व योजनाओं के जरिये स्वरोजगार का सृजन किया जा सकता है रोजगार सृजन योजना के तहत बड़े पैमाने पर लाभ देने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार लोगों के कार्य को आगे बढ़ाने में सहयोग करेगी, इसका लाभ राज्य के युवा अवश्य लें।
हंड़िया बाजारू हो जाएगा, तो समाज खत्म हो जाएगा: मुख्यमंत्री
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के ताकत पर झारखंड बना है। पूर्वजों के सपने सोना झारखंड को वास्तविक सोना झारखंड का रूप दें। उन्होंने कहा कि हंड़िया बाजारू हो जाएगा, तो समाज खत्म हो जाएगा। हंड़िया समाज और पूजा पाठ की चीज है। इसे हम बाजार में ले कर चले गए। नौजवान हंड़िया-दारू पीकर बर्बाद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी योजनाओं के माध्यम से हुनर को तराशने का काम कर रही है।