पारा शिक्षकों को देना ही होगा आकलन परीक्षा, पास हुए तो 10% इंक्रीमेंट
Para Teachers Latest News झारखंड के 65 हजार पारा शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार ने उनका बौद्धिक ज्ञान जांचने के लिए आकलन परीक्षा लेने का फैसला किया है। परीक्षा अगले माह होगी, बता दें कि यह परीक्षा सभी के लिए अनिवार्य है।
पारा शिक्षकों के लिए आकलन परीक्षा अगले माह होगी। शिक्षा मंत्री Jagarnath Mahto ने इसकी तैयारी करने के निर्देश स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को दिए हैं। इस आलोक में सभी जिलों में पारा शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच चल रही है। यह परीक्षा झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली जाएगी। हाल ही में लागू सहायक अध्यापक सेवा शर्त नियमावली के तहत इस परीक्षा में शामिल होना सभी पारा शिक्षकों के लिए अनिवार्य होगा।
नौकरी बचाने के लिए मिलेंगे 4 मौके
यदि कोई पारा शिक्षक इसमें शामिल नहीं होता है तो यह मान लिया जाएगा कि वह इस परीक्षा में शामिल होने के लिए एक अवसर का उपभोग कर लिया है। इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए पारा शिक्षकों को अधिकतम 4 अवसर प्राप्त होने हैं। बता दें कि विभाग द्वारा परीक्षा का पैटर्न तैयार कर लिया गया है। यह परीक्षा झारखंड बोर्ड की परीक्षाएं लेने वाली ईकाई झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा ली जाएगी।
आकलन परीक्षा में मैट्रिक और इंटर लेवल के ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे
इस परीक्षा में दोनों श्रेणी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक के पारा शिक्षकों के लिए क्रमश: मैट्रिक तथा इंटरमीडिएट स्तर के वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनमें 70 प्रतिशत प्रश्न पाठ्यक्रम, 20 प्रतिशत प्रश्न शिक्षण कौशल तथा 10 प्रतिशत प्रश्न तार्किक एवं मानसिक योग्यता से संबंधित होंगे।
इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए सामान्य श्रेणी के पारा शिक्षकों को 40 प्रतिशत तथा आरक्षित श्रेणी के पारा शिक्षकों को 35 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होगा। इस आकलन परीक्षा में पास होने के बाद ही पारा शिक्षकों के मानदेय में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी।