ज्ञानवापी मस्जिद में मिला शिवलिंग, ऐसी हुई सबिता हुई प्रमाणिकता
ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे पूरा हो चुका है, परिसर के अंदर सर्वे टीम को शिवलिंग मिला है। यह बात सामने आने के बाद वाराणसी कोर्ट ने डीएम को आदेश दिया कि जिस जगह शिवलिंग मिला है, उसे तत्काल सील कर दें। वहां पर किसी भी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित किया जाए। कोर्ट ने डीएम, पुलिस कमिश्नर और सीआरपीएफ कमांडेंट को यह आदेश दिया है। कोर्ट ने इन अधिकारियों को जगहों को संरक्षित और सुरक्षित रखने की व्यक्तिगत तौर पर जिम्मेदारी दी है। इसके बाद प्रशासन की टीम वहां पहुंची और अदालत के आदेशानुसार 9 ताले लगाकर साक्ष्य को सील किया।
दरअसल, ज्ञानवापी में सर्वे के लिए तीसरे दिन टीम गई थी। बताया जा रहा है कि वहां टीम को शिवलिंग नजर आया। सर्वे टीम में शामिल हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन ने तुरंत वाराणसी कोर्ट में एप्लीकेशन दी। इसमें कोर्ट को बताया गया कि वहां पर शिवलिंग मिला है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण साक्ष्य हैं।
Advocate commissioner की कार्यवाही के दौरान जांच में शामिल सूत्र ने बताया कि काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर में मौजूद नंदी के मुख के ठीक सामने ही ज्ञानवापी मस्जिद में सर्वे के दौरान तालाब को लेकर जांच की गई तो 12X12 वाले जल से भरे स्थान को लेकर रविवार को टीम द्वारा मंथन किया गया था। जहां पर जमा पानी को निकालने के बाद सिल्ट को सोमवार को हटाया गया तो वहां शिवलिंंग का अरघा प्राप्त हुआ। शिवलिंग सहित अरघा काफी बड़ा और आकर्षक था। शिवलिंग श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित नंदी के ठीक सामने वाले ज्ञानवापी मस्जिद के हिस्से में मौजूद बताया गया है।
इस मामले में हिंदू पक्ष के अधिवक्ता ने जानकारी दी कि करीब चार फीट लंबा-चौड़ा शिवलिंग मिलने के बाद ही अदालत का सुबह ही रुख करते हुए उस स्थान को सुरक्षित करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया, जिस पर अदालत ने फैसला देते हुए संबंधित क्षेत्र को सील कर दिया। वहीं एक अन्य जानकारी के अनुसार काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र में मौजूद नंदी के सामने मस्जिद भीतर कुछ फीट के फासले पर यह क्षेत्र मिला है।
मुस्लिम पक्ष ने कहा- ऐसा कुछ नहीं मिला।
सर्वे करके बाहर आए मुस्लिम पक्ष के वकील ने हिंदू पक्ष के दावों का खारिज किया है। वकील ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं मिला। हम सर्वे से संतुष्ट हैं। कल, यानी 17 मई को कोर्ट में रिपोर्ट सौंपी जाएगी। बता दें कि एडवोकेट कमिश्नर के नेतृत्व में वादी-प्रतिवादी पक्ष के 52 लोगों की टीम सुबह 8 बजे परिसर में एंट्री की। करीब 10:30 बजे सर्वे खत्म हुआ।