पूजा सिंघल की कहानी, क्या करता है पति? क्यों पड़ा छापा?

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Pooja Singhal Latest News झारखंड की IAS Officer Puja Singhal सुर्खियों में हैं। उनके के खिलाफ ईडी की छापेमारी समाप्त हो गई है और उनके सीए सुमन सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। ईडी ने संकेत दिया कि चार्टर्ड अकाउंटेंट सिर्फ एक मोहरा है। असली खिलाड़ी कोई और है जिसके खिलाफ साक्ष्‍य जुटाए जा रहे हैं।

उनके सीए सुमन कुमार सिंह के घर में अघोषित खजाना मिला। यहां से ईडी ने मशीनाें से गिनकर कुल नकदी 19.31 करोड़ रुपये बरामद किए। जबकि पूजा सिंघल और उनके करीबियों के पास से करीब 150 करोड़ रुपये के निवेश से संबंधित दस्तावेज भी जब्त किये गये हैं। 

2000 बैच की आइएएस अफसर पूजा सिंघल वर्तमान में झारखंड सरकार की खान एवं उद्योग विभाग की सचिव हैं। झारखंड में वह कई जिलों में उपायुक्‍त रह चुकी हैं। इसके अलावा सरकार के कई महत्‍वपूर्ण पदों पर रहकर बड़ी जिम्‍मेवारियां संभाल चुकी हैं।

खूंटी, चतरा, पलामू में उपायुक्‍त रहते हुए पूजा सिंघल पर कई संगीन आरोप लगे। हालांकि, तमाम जांच के बाद भी उनपर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। उन्‍हें सत्ता को साधने में माहिर माना जाता है। और वे लगभग सभी सरकारों के करीब रही हैं। पूजा सिंघल के पास रांची से लेकर कोलकाता तक बेशुमार चल-अचल संपत्ति है। वो हर साल अपने मकानों के किराया से लाखों रुपये कमाती हैं।

क्यों पड़ा छापा?

खान सचिव पूजा सिंघल पर शुक्रवार को हुई ED की कार्रवाई अचानक नहीं हुई। इसकी पृष्ठभूमि पहले से ही तैयार हो गई थी। दरअसल, केंद्र सरकार ने राजभवन से राज्य के दागी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की सूची मांगी थी। ऐसे अधिकारियों की पूरी डिटेल्स देने को कहा गया था। करीब एक महीने पहले राज्य सरकार ने चार अधिकारियों के नाम राजभवन को भेजे थे।

इनमें रांची DC छवि रंजन, ATI निदेशक के. श्रीनिवासन, भवन निर्माण सचिव सुनील कुमार और मनोज कुमार शामिल थे। राजभवन ने अपने स्तर से इस सूची में सात और अधिकारियों के नाम जोड़कर कुल 11 अधिकारियों की सूची केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी थी। राजभवन की ओर से जिन अधिकारियों के नाम सूची में जोड़े गए थे, उनमें सबसे ऊपर पूजा सिंघल का नाम था।

सूत्रों का कहना है कि जल्दी ही कई और अधिकारियों पर ED की कार्रवाई होने की संभावना है। इसमें CMO के एक अफसर और मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले निर्माण कार्य से जुड़े कई विभागों के प्रधान का पद संभाल रहे एक अधिकारी भी शामिल हैं। इसके अलावा बाह्य कोटा से आए एक प्रभावशाली व्यक्ति पर भी ED की कार्रवाई होने की संभावना है।

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