तूतीकोरिन मामले पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से पूछा 10 सवाल
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि ये दुर्भाग्य की बात ये है कि इस प्रदर्शन को कम से कम 3.5 महीने हो गये और 22 तारीख को प्रदर्शन की पहले से ही घोषणा की गयी थी, ऐसे में ये क्यों होने दिया और इस प्रकार से गोलियां क्यों चलायी गयीं।
तमिलनाडू के तूतीकोरिन की घटना में वेदांता स्टरलाइट कॉपर यूनिट के खिलाफ प्रदर्शन में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हुए कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया है।
इस मुद्दे पर तमिलनाडु और केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि इस परियोजना का वर्तमान स्थल से 25 किलोमीटर से ज्यादा दूर होना आवश्यक था, लेकिन ये सिर्फ़ 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थापित है, जो कि पर्यावरण नियमों का घोर उल्लंघन है।
उन्होंने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि हर मुद्दे पर मुखर और प्रखर रहने वाले प्रधानमंत्री अभी तक चुप्पी साधे हैं? हर चीज पर ट्वीट करने वाले फिटनेस पर उत्तर दे रहे हैं, लेकिन इतने बड़े हादसे पर चुप क्यों हैं।
सिंघवी ने सरकार पर कोरम पूरा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि तूतीकोरिन की घटना में केन्द्र सरकार की मिलीभगत, पुलिस की बर्बरता ने देश पर भद्दा दाग लगाया है। 11 जानें चली गयी लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारी को निलंबित नहीं किया गया सिर्फ स्थानांतरण कर सरकार ने दिखावा करने का काम किया है।
“माननीय मुख्यमंत्री प्रदेश के गृह मंत्री भी हैं। तो क्या प्रधानमंत्री ये समझते हैं कि तमिलनाडू के मुख्यमंत्री हटाये जाने के लिये फिट हैं”: अभिषेक मनु सिंधवी, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि ये दुर्भाग्य की बात ये है कि इस प्रदर्शन को कम से कम 3.5 महीने हो गये और 22 तारीख को प्रदर्शन की पहले से ही घोषणा की गयी थी, ऐसे में ये क्यों होने दिया और इस प्रकार से गोलियां क्यों चलायी गयीं।
सरकार ने सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में न्यायिक जांच की घोषणा तो की है, लेकिन उसकी कोई समय सीमा तय नहीं है। इससे सरकार के इरादे का साफ पता चलता है और तमिलनाडू सरकार हर प्रकार से शासन करने का नैतिक हक गंवा चुकी है उन्होंने आगे बोलते हुए कहा।