पंजाब के मुख्यमंत्री बनने जा रहे ‘चन्नी’ के बारे में पढ़िये कुछ दिलचस्प बातें…
पंजाब के मुख्यमंत्री बनने जा रहे चरणजीत सिंह चन्नी नौजवानी के दिनों में अपने पिता के काम में हाथ बँटाया करते थे। चन्नी ने चंडीगढ़ के गुरुगोविंद सिंह खासला कॉलेज से पढ़ाई की और फिर पंजाब यूनिवर्सिटी से एलएलबी किया. इसके बाद चन्नी ने पंजाब टेक्नीकल यूनिवर्सिटी से एमबीए की पढ़ाई की।
चन्नी के एक क़रीबी सहयोगी मुकेश कुमार मिनका बताते हैं कि पढ़ाई में उनकी दिलचस्पी इतनी अधिक थी कि मंत्री रहते हुए वे पंजाब यूनिवर्सिटी से पीएचडी कर रहे थे।
58 साल के चरणजीत सिंह चन्नी की राजनीतिक यात्रा साल 1996 में उस वक़्त शुरू हुई जब वे खरर नगर पालिका के अध्यक्ष बने. इसी दौरान वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमेश दत्त के संपर्क में आए. चन्नी राजनीति के अपने शुरुआती दिनों से ही रमेश दत्त से जुड़े हुए थे. हालांकि चन्नी के संपर्क दलित कांग्रेस नेता चौधरी जगजीत सिंह से भी था लेकिन साल 2007 के चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिल पाया. चन्नी ने फ़ैसला किया कि वे चमकौर साहिब से स्वतंत्र उम्मीदवार की हैसियत से चुनाव लड़ेंगे और वे जीते भी.
साल 2012 में जब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें टिकट दिया तो वे फिर विधानसभा का चुनाव जीते. साल 2015 से 2016 तक वे सुनील जाखड़ के बाद पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे।