झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर मंत्री सत्यानंद भोक्ता की फिसली जुबान
राज्य सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्री सत्यानंद भोक्ता को झारखंड के नायक स्वतंत्रता आंदोलन के अगुवा बिरसा मुंडा की जन्मतिथि ठीक से याद नहीं !
हम ये यूँ ही नहीं कह रहे… बिरसा मुंडा के जन्मदिन के दिन मनाये जाने वाले ‘झारखंड स्थापना दिवस कार्यक्रम’ में जब मंत्री जी बोल रहे थे तब घरती आबा बोलने में भी गलती कर दी और ‘धरती आबा’ को [धरती अंबा] बोल दिया।
मुख्यमंत्री व अपने साथी मंत्रियों की मौजूदगी में श्रम मंत्री उक्त कार्यक्रम में बोलते सुने जा रहे हैं कि भगवान बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवम्बर 1975 को खूंटी प्रखंड के उलिहातू में हुआ था और 9 जून सन 19 ई में वे 25 वर्ष की आयु में संसार छोड़ गये। जबकि यह तारीख़ ठीक नहीं है क्योंकि बिरसा का जन्म 15 नवंबर 1875 को हुआ था।
सत्यानंद भोक्ता चतरा से आरजेडी के विधायक और झारखंड सरकार में मंत्री श्रम एवं रोजगार मंत्री हैं ऐसे में उनकी यह गलती उनके झारखंड के Political GK पर गहरे प्रश्नचिन्ह खड़े करती है। साथ ही यह भी सोंचने पर मजबूर करती है कि राज्य के वरिष्ठ नेताओं को झारखंड के स्वतंत्रता सेनानियों, आज़ादी के नायकों के बारे में इतना कम क्यों पता ?